Edited By Neetu Bala, Updated: 27 Apr, 2025 02:57 PM

आतंकवादी हमले को देखते हुए यहां के लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए इंतजाम खुद ही करना शुरू कर दिया है।
अरनिया ( तनवीर सिंह ), पुंछ ( धनुज ) : जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के जम्मू के तहसील आरएस पुरा के गांव अरनिया यह गांव बिल्कुल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बसा हुआ है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को देखते हुए यहां के लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए इंतजाम खुद ही करना शुरू कर दिया है। आप को बता दें कि इस गांव के स्थानीय लोगों ने अपने बंनकरों की सफाई करनी शुरू कर दी है।
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इसी पर अरनिया गांव की पूर्व सरपंच बलबीर कौर का कहना है कि जिस तरह से पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती अरनिया के स्थानीय लोगों ने सामुदायिक बंकरों की सफाई शुरू कर दी है। जिस तरह दोनों मुल्क में तनावपूर्ण की स्थिति चल रही है उसी को देखते हुए अगर कहीं पाकिस्तान की तरफ से सीस फायर का उल्लंघन करता है तो अरनिया के स्थानीय लोग अपने बंकरों में रहकर अपनी जान को बचा सकते हैं।
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वहीं दूसरी ओर पहलगाम आतंकी हमले के बाद नियंत्रण रेखा पर तनाव के चलते पुंछ जिले में भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की चोकियों के एक दम सामने स्थित पुंछ जिले के अंतिम गांव सलोत्री के ग्रामीण बंकरों की साफ-सफाई और जरूरी सामान जुटाने में जुट गए। ग्रामीणों का कहना केन्द्र सरकार और मोदी जी ने हमें यह बंकर बना कर दिए हैं जो काफी मजबूत और सुरक्षित हैं। अब गोलीबारी होने पर भी हम गांव में अपने इस बंकरों में ही ही रहेंगे। गौरतलब है कि कारगिल युद्ध के समय गांव में बंकर न होने के कारण गांव सलोत्री के ग्रामीणों को पलायन कर पुंछ नगर जाना पड़ा था, लेकिन अब बंकर बन जाने से ग्रामीणों ने गांव में ही रहते का मन बनाया है।
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