Edited By VANSH Sharma, Updated: 23 Jul, 2025 04:34 PM

रेलवे ने जम्मू-दिल्ली रेलमार्ग पर टूटे पुल को लेकर एक अहम जानकारी दी है।
जम्मू डेस्क: हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि कांगड़ा में जम्मू-दिल्ली रेलमार्ग पर चक्की नदी का पुल बह गया है और एक बड़ी दुर्घटना टल गई है। उत्तर रेलवे ने इन खबरों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि चक्की रेलवे पुल पूरी तरह से सुरक्षित है और रेल परिचालन सामान्य रूप से जारी है।
उत्तर रेलवे के अनुसार, पठानकोट कैंट और कंदरोड़ी स्टेशनों के बीच चक्की पुल पर 20 और 21 जुलाई 2025 को अचानक बाढ़ आ गई थी। इसी के चलते पुल पर पानी का स्तर बढ़ गया। हालांकि, पहले से ही 1 अगस्त 2024 से इस पुल पर 20 किमी प्रति घंटे की गति सीमा लागू थी। क्त पुल पर रेल परिचालन से संबंधित किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना की कोई संभावना नहीं है। पुल रेल परिचालन के लिए सुरक्षित है।
रेलवे ने बताया कि मीडिया में जिस हिस्से के बह जाने की बात कही जा रही है, वह पुल की नींव नहीं बल्कि ढलान पर लगी एक अतिरिक्त दीवार (क्लैडिंग) थी। यह हिस्सा संरचना के लिए जरूरी नहीं था और इसे पहले से हटाया जाना था। बाढ़ के कारण यह हिस्सा नदी में गिर गया, लेकिन इससे पुल की मजबूती और रेल संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।
आईआईटी रुड़की की सिफारिशों के अनुसार पुल की सुरक्षा को लेकर आवश्यक कार्य किए जा रहे हैं। 22 जुलाई को रेलवे के मुख्य पुल इंजीनियर ने पुल का निरीक्षण भी किया। पुल की 24 घंटे निगरानी की जा रही है और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। उत्तर रेलवे ने जनता से अपील की है कि वे भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें। पुल सुरक्षित है और जैसे ही नदी का जलस्तर कम होगा, पाइल फाउंडेशन का काम दोबारा शुरू कर दिया जाएगा।
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