Edited By Neetu Bala, Updated: 06 Jul, 2025 05:00 PM

अगर ऐसे कुप्रबंध है तो कहीं न कहीं व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
कठुआ : अभी तो बरसात की शुरूआत हुई है, लेकिन बारिश के पानी के उचित निकास के अभाव में शहर से लेकर हाइवे पर सड़कें बदसूरत हो गई हैं, जिससे वहां से गुजरने वाले राहगीरों को असुविधा हो रही है, हालांकि बरसात का मौसम शुरू होने पर डीसी ने सड़क व नालियों के रखरखाव का जिम्मा संभाले विभाग के अधिकारियों को बारिश के पानी की उचित निकासी के लिए पहले से ही तैयारी करने के आदेश जारी किए थे। उसके बाद सबंधित विभागों ने कितनी तैयारी की है, इसका उदाहरण शहर की मुख्य गलियों की बदसूरत हुई हालत को देखकर लगाया जा सकता है।
और तो हाइवे पर भी बरसाती पानी के उचित निकासी नहीं है, जबकि इस समय पवित्र श्री अमरनाथ यात्रा चल रही है, ऐसे में कहीं सड़क पर तारकोल नहीं है तो कहीं पानी की उचित निकासी नहीं होने से वहां जमा पानी और साथ में कचरे के ढेर व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। अगर जिला मुख्यालय स्थित हाइवे पर कालीबड़ी के पास जमा बरसात के पानी और उसके पास लगे कचरे के ढेर की बात की जाए तो कहीं न कहीं सरकारी व्यवस्था की पोल खोल रही है। ऐसा इसलिए कि प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा के जारी रहते स्वच्छता को बनाए रखने के लिए विशेष ध्यान देने के निर्देश संबंधित विभाग को दे रखे हैं,उसके बाद भी अगर ऐसे कुप्रबंध है तो कहीं न कहीं व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
मान लिया जाए कि सफाई कर्मियों की हड़ताल है, लेकिन मुख्य चौराहे और हाइवे पर होने से जहां पर स्वच्छता जरूरी है, उधर हड़ताली सफाई कर्मियों ने खुद कहा कि वे अमरनाथ यात्रा को देखते हुए मुख्य सार्वजनिक चौराहों पर सफाई व्यवस्था जारी रखे हैं। अगर लखनपुर जैसे मुख्य प्रवेश द्वार की बात करें तो वहां पर बस अड्डे पर 15 साल पहले हाइवे द्वारा बनाए गए डिवाइडर को जाम का कारण बताकर जिला प्रशासन ने चार महीने पहले तुड़वा दिया था,उस समय मोटा कंकड़ डाल कर मिट्टी डाल दी गई थी, लेकिन आज तक वहां पर तारकोल नहीं डाली गई है, जब कि मुख्य बस अड्डे पर होने से वहां से गुजरने वाले यात्रियों को भी वहां से असुविधा हो रही है, दोपहिया या हल्के वाहनों के लिए दुर्घटना का कारण भी बन सकते हैं।
इधर शहर के सबसे बड़े वार्ड 16 शिवानगर की मुख्य टॉवर वाली गली की हालत भी बरसात के कारण बदतर हो गई है, हालांकि जहां पर एक साल में दो बार लाखों की तारकोल डाली जा चुकी है, लेकिन वह फिर उखड़ गई है, गली में जगह-जगह बने गढ्डों में जमा पानी वहां से गुजरने वाले राहगीरों के लिए परेशानी का सबसे बना है। शहर में सिर्फ शिवानगर ही नहीं कृष्णा कालोनी की मुख्य गली तो खड्ड बन चुकी है, जिसका कारण भी नालियों के उचित नहीं नही होना है। कॉलेज रोड पर भी डी सी कार्यालय के पास मुख्य ड्रेनेज की निकासी न होने से शनिवार सुबह हुई बारिश के बाद बीच सड़क में पानी बह रहा था। उधर सफाई कर्मियों की हड़ताल शनिवार सातवें दिन भी जारी रही, जिससे जगह-जगह कचरे के ढेर बदबू मार रहे हैं। जिससे बरसात में शहर की गलियों की सूरत बिगड़ गई है।