Edited By Neetu Bala, Updated: 24 Jul, 2025 05:11 PM

महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में स्वामी अमरनाथ जी की छड़ी मुबारक को वार्षिक अमरनाथ यात्रा के तहत गोपाद्री पहाड़ियों पर स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए ले जाया गया।
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : भगवान शिव की भगवा वस्त्रधारी पवित्र छड़ी मुबारक को गुरुवार को प्राचीन रीति-रिवाजों के अनुसार 'हरियाली अमावस्या' (श्रावण अमावस्या) के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना के लिए ऐतिहासिक शंकराचार्य मंदिर ले जाया गया। महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में स्वामी अमरनाथ जी की छड़ी मुबारक को वार्षिक अमरनाथ यात्रा के तहत गोपाद्री पहाड़ियों पर स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए ले जाया गया।
गदा के संरक्षक गिरि ने बताया कि छड़ी मुबारक को लाल चौक के निकट दशनामी अखाड़ा स्थित उसके निवास से मंदिर लाया गया, जहा पूजन किया गया।
उन्होंने बताया कि शंखनाद की ध्वनि से वातावरण में ऊर्जा का संचार हुआ और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया। गिरि ने बताया कि पवित्र छड़ी के साथ आए साधुओं ने भी पूजा में भाग लिया और जम्मू-कश्मीर की शांति और समृद्धि के लिए सामूहिक प्रार्थना भी की गई।
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उन्होंने बताया कि शुक्रवार को देवी के दर्शन के लिए छड़ी मुबारक को हरि पर्वत स्थित 'शारिका-भवानी' मंदिर भी ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि रविवार को श्री अमरेश्वर मंदिर दशनामी अखाड़ा में छड़ी स्थापना की रस्में निभाई जाएंगी, जिसके बाद मंगलवार को 'नाग-पंचमी' के अवसर पर अखाड़े में छड़ी पूजन किया जाएगा।
पहलगाम, चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी में रात्रि विश्राम के बाद, 9 अगस्त को 'श्रावण-पूर्णिमा' की सुबह महंत पवित्र छड़ी को पूजन और दर्शन के लिए पवित्र गुफा मंदिर ले जाएंगे। गुफा मंदिर में पूजा के बाद अगले दिन पहलगाम में लिद्दर नदी में 'विसर्जन' किया जाएगा।
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