Edited By Neetu Bala, Updated: 13 Oct, 2024 01:40 PM
नई सरकार में जम्मू संभाग का प्रतिनिधित्व देने के लिए कुछ निर्दलीयों की किस्मत खुल सकती है।
जम्मू : नैशनल कांफ्रैंस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार में जम्मू संभाग के प्रतिनिधित्व को लेकर दोनों दलों में माथापच्ची का दौर जारी है। शनिवार को भी दोनों दलों के नेताओं में इस संदर्भ में चर्चा हुई। इस गठबंधन की परेशानी यह है कि कांग्रेस ने जम्मू संभाग की ज्यादातर सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन उसका केवल एक उम्मीदवार ही राजौरी सीट से जीत दर्ज कर पाया है। ऐसे में जम्मू जिले के अलावा सांबा, कठुआ, ऊधमपुर जिले प्रदेश की राजनीति के लिहाज से काफी अहम हैं। ऐसे में नई सरकार में जम्मू संभाग का प्रतिनिधित्व देने के लिए कुछ निर्दलीयों की किस्मत खुल सकती है।
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पार्टी सूत्रों के अनुसार जम्मू जिले की छंब विधानसभा सीट से निर्दलीय के तौर पर सतीश शर्मा ने बाजी मारी है। सतीश शर्मा पहले कांग्रेस में थे लेकिन टिकट न मिलने के कारण वह बागी तेवर अपनाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते। इसके अलावा बनी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर रामेश्वर सिंह चुनाव जीते हैं। इन दोनों निर्दलीय विधायकों ने नैशनल कांफ्रैंस को समर्थन दिया है।
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उमर अब्दुल्ला के मुख्यमंत्री की शपथ लेने के साथ-साथ इन दोनों निर्दलीय विधायकों को भी जम्मू संभाग के चेहरे के तौर पर मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा नैशनल कांफ्रैंस की टिकट पर राजौरी जिले के नौशहरा से चुनाव लड़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना को हराने वाले सुरेंद्र चौधरी को उमर अब्दुल्ला सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल किए जाने की चर्चा है। कांग्रेस के कुछ में से 5 विधायक कश्मीर से ही हैं। ऐसे में कांग्रेस के दो विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
उमर अब्दुल्ला सरकार में नैशनल कांफ्रैंस के 5 से 6 मंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं। मंत्रियों के नाम सोमवार तक तय किए जाने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि बुधवार 16 अक्तूबर को उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर सकते हैं।
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