Edited By Neetu Bala, Updated: 20 Jul, 2024 02:18 PM
स साल 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से पिछले 21 दिनों में करीब 3.75 लाख श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर ( मीर आफताब ) : अमरनाथ यात्रा चल रही है और रोजाना हजारों तीर्थयात्रियों का मंदिर गुफा में तांता लग रहा है। तीर्थ यात्री पूरी आस्था के साथ हिम शिवलिंग के दर्शन कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार अभी तक करीब 3.75 लाख श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, जबकि शनिवार को 3,471 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था घाटी के लिए रवाना हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि इस साल 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से पिछले 21 दिनों में करीब 3.75 लाख श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं।
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क्षेत्र में रुक-रुककर हो रही बारिश और गरज के साथ बौछारों के बावजूद शुक्रवार को 11,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर के अंदर 'दर्शन' किए। एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार को 3,471 यात्रियों का एक और जत्था दो सुरक्षा काफिलों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ। उन्होंने बताया कि पहला सुरक्षा काफिला सुबह 3 बजे 35 वाहनों में 1,073 यात्रियों को लेकर बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ, जबकि दूसरा सुरक्षा काफिला सुबह 3.45 बजे 79 वाहनों में 2398 तीर्थयात्रियों को लेकर दक्षिण की ओर रवाना हुआ।
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गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है। यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग या बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं।
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पहलगाम-गुफा मंदिर की धुरी 48 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को मंदिर तक पहुंचने में चार से पांच दिन लगते हैं। बालटाल गुफा मंदिर की धुरी 14 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्रियों को ‘दर्शन’ करने और बेस कैंप तक वापस पहुंचने में एक दिन लगता है। इस वर्ष की यात्रा 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी।