Edited By Sunita sarangal, Updated: 23 Oct, 2024 11:27 AM
सुरक्षाबलों द्वारा हमले के अगले दिन सोमवार को ही पर्यटन स्थल सोनमर्ग से सटे इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया था।
कश्मीर: रविवार देर शाम घाटी के गांदरबल जिले के गगनगीर क्षेत्र में हुए आतंकी हमले की जांच के तहत जांचकर्त्ताओं ने पूछताछ के लिए 40 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस हमले में 7 लोग मारे गए थे। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आतंकी सहयोगी नैटवर्क के समर्थन के तहत सोच-समझकर बनाई गई योजना के तहत हमलावर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने में सफल रहे।
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना था कि देर-सवेर हमलावरों को काबू कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में कई संदिग्धों को उठाया गया है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
सुरक्षाबलों द्वारा हमले के अगले दिन सोमवार को ही पर्यटन स्थल सोनमर्ग से सटे इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया था। इसके अलावा राष्ट्रीय जांच एजैंसी (एन.आई.ए.) द्वारा भी महत्वपूर्ण सबूतों को एकत्र करने के उद्देश्य से घटनास्थल की गहन जांच की गई। वहीं घातक हमलों में शामिल अपराधियों और उनके साथियों की तलाश में सेना, सी.आर.पी.एफ. एवं पुलिस की टुकड़ियां घटनास्थल के आसपास की पहाड़ियों पर फैली हुई हैं।
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सुरक्षा एजैंसियों का मानना है कि हमलावर पाकिस्तानी आतंकवादी थे जिन्होंने अपनी योजना को अंजाम देने से पहले क्षेत्र का बारीकी से अध्ययन किया था। उन्होंने अधिकारियों के क्वार्टर में जाने से पहले सबसे पहले मजदूरों के मैस को निशाना बनाया। पुलिस अधिकारियों को संदेह है कि हमलावरों को साइट के बारे में पहले से जानकारी थी।
उनका यह भी मानना है कि संभवत: वे पहले भी वहां का जायजा ले चुके थे अथवा उन्हें उस स्थान पर मौजूद स्थानीय लोगों से सहायता हासिल हुई थी। अधिकारियों ने कहा कि इलाके के सी.सी.टी.वी. फुटेज की जांच की जा रही है। प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक छाया संगठन द रजिस्टैंस फ्रंट (टी.आर.एफ.) ने इस बर्बर कृत्य की जिम्मेदारी ली है।
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उल्लेखनीय है कि गत तीन दशकों से अधिक समय से आतंकवाद से त्रस्त इस क्षेत्र में पहले कभी इतनी बड़ी हिंसक घटना नहीं हुई थी।
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