Edited By VANSH Sharma, Updated: 15 Nov, 2025 06:10 PM

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने करोड़ों डिजिटल बैंकिंग ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है।
जम्मू-कश्मीर डेस्क: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने करोड़ों डिजिटल बैंकिंग ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। बैंक ने फैसला किया है कि वह अपनी पुरानी MCash सेवा को 30 नवंबर 2025 से बंद कर देगा। अभी तक ग्राहक बिना बेनिफिशियरी जोड़े सिर्फ मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी के सहारे तुरंत पैसे भेज सकते थे, लेकिन यह सुविधा अब उपलब्ध नहीं होगी।
1 दिसंबर 2025 से MCash नई व्यवस्था के साथ लागू होगी, और ग्राहक इसे बिना बेनिफिशियरी जोड़े उपयोग नहीं कर पाएंगे। पहले MCash के माध्यम से पैसे भेजने पर रिसीवर को एक लिंक और 8 अंकों का पासकोड मिलता था, जिसके जरिए वह किसी भी बैंक खाते में तुरंत रकम क्लेम कर सकता था। यह फीचर खास तौर पर उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी था जिन्हें जल्द छोटे भुगतान करने होते थे।
SBI ने स्पष्ट किया है कि पुरानी MCash सेवा अब आधुनिक सुरक्षा मानकों पर खरी नहीं उतरती, इसलिए इसे बंद करने का फैसला लिया गया है। बैंक ग्राहकों को ज्यादा सुरक्षित विकल्प जैसे UPI, NEFT, RTGS और IMPS का उपयोग करने की सलाह दे रहा है।
हालांकि यह बदलाव उन ग्राहकों के लिए असुविधा पैदा कर सकता है जो बिना बेनिफिशियरी जोड़े तुरंत पैसे भेजने की सुविधा पर निर्भर थे, लेकिन बैंक का कहना है कि नए डिजिटल भुगतान माध्यम पहले से अधिक सुरक्षित, तेज़ और भरोसेमंद हैं। SBI के अनुसार, ये बदलाव देश की डिजिटल भुगतान व्यवस्था को और मजबूत बनाएंगे।
जहां MCash की सरलता कुछ ग्राहकों को याद आएगी, वहीं आधुनिक UPI सेवाएं डिजिटल बैंकिंग को और अधिक सुरक्षित, तेज़ और स्मार्ट बनाएंगी। 1 दिसंबर से लागू होने वाले ये बदलाव ग्राहकों के डिजिटल बैंकिंग अनुभव को बेहतर बनाएंगे।
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