Edited By Sunita sarangal, Updated: 07 Aug, 2024 11:41 AM
इन आतंकियों को पाकिस्तान के जफरवाल और हैड मारला में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है
जम्मू-कश्मीर: विश्व में अनेक देशों में उथल-पुथल और बंगलादेश में तख्तापलट से जम्मू-कश्मीर सीमाओं पर आतंकियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। वहीं स्वतंत्रता दिवस और विधानसभा चुनावों के चलते जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के आकाओं ने नए सिरे से हमलों की योजना तैयार की है। कई आतंकी सीमा पर घुसपैठ की फिराक में हैं।
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इस पर सुरक्षाबलों ने क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सुरक्षा एजैंसियों के अनुसार सीमा पार बैठे आतंकी संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस और सितंबर में कभी भी चुनाव होने पर कश्मीर मुद्दे पर भारत पर दबाव बनाने के लिए जम्मू और कश्मीर में किसी बड़ी वारदात करने के लिए योजना बनाई है।
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पाक खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. और आतंकी संगठनों के आकाओं ने रूपरेखा तैयार की है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय और एल.सी. सीमा से घुसपैठ करवाकर हमले को अंजाम दिया जाएगा। खुफिया एजैंसियों के सूत्रों के अनुसार कठुआ से लेकर अखनूर-पुंछ सीमा तक अलग-अलग ग्रुपों में 2 से 5 आतंकी ग्रुप घुसपैठ की फिराक में हैं। आई.एस.आई. और पाक रेंजर्स को आतंकियों को सीमा पार करवाने की मदद का जिम्मा सौंपा गया है। हीरानगर, अखनूर, छंब, केरी, नौशहरा, कृष्णा घाटी सैक्टरों से घुसपैठ की योजना है।
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इन आतंकियों को पाकिस्तान के जफरवाल और हैड मारला में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें लश्कर-ए तोयबा, हिजबुल मुजाहिदीन से संबंधित आतंकी शामिल हैं। इन आतंकियों को जम्मू क्षेत्र की सैन्य अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षाबलों और सार्वजनिक स्थलों पर भारतीय सुरक्षाबल के जवानों को नुक्सान पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं सुरक्षा एजैंसियों को मिली इनपुट पर क्षेत्र के संवेदनशील, सेना शिविरों सहित अन्य जगहों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है और अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं सीमा पर स्वतंत्रता दिवस से पहले चौकसी बढ़ा दी गई है। मुख्य सड़कों पर नाके लगाए गए हैं। इस पर सीमावर्ती क्षेत्रों में सरपंचों, पंचों और स्थानीय लोगों को पुलिस अधिकारियों ने संदिग्ध लोगों से सचेत रहने का आग्रह भी किया है।