Edited By Sunita sarangal, Updated: 04 Nov, 2024 11:54 AM
उन्होंने सबसे पहले सदन का अध्यक्ष चुने जाने पर अब्दुल रहीम राथर को बधाई दी।
श्रीनगर(मीर आफताब) : सोमवार को विधानसभा में उस समय अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला जब पीडीपी विधायक वहीद उर रहमान पारा ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया।
उन्होंने सबसे पहले सदन का अध्यक्ष चुने जाने पर अब्दुल रहीम राथर को बधाई दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह राथर के अनुभव से बहुत कुछ सीखेंगे। उन्होंने पी.डी.पी. की ओर से एक प्रस्ताव उनके समक्ष पेश किया। प्रस्ताव में अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग की गई है।
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उनके इस कदम से सदन में भारी हंगामा हुआ और भाजपा विधायकों ने अध्यक्ष से इस प्रस्ताव को तत्काल खारिज करने का आग्रह किया। स्पीकर राथर ने भाजपा सदस्यों के गुस्से को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि यह उनका अधिकार क्षेत्र है। वह इसकी जांच करेंगे और उसके अनुसार ही प्रस्ताव पर फैसला लेंगे। हालांकि 28 भाजपा विधायकों ने बैठने से इनकार कर दिया और पी.डी.पी. विधायकों के प्रस्ताव का विरोध करना जारी रखा।
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भाजपा नेता शर्मा ने कहा कि यह पहले दिन नहीं किया जाता है, इस तरह की चीजें इस सदन में पेश की जाती हैं। इस बात पर स्पीकर राथर ने दोहराया कि उन्होंने अभी तक इसकी कॉपी नहीं देखी है। उन्हें इसे देखने दें और इसकी जांच करने दें। अगर भाजपा ने इस सदन को नहीं चलने देने का फैसला किया है, तो वह कुछ नहीं कह सकते।
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इसके बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा क्योंकि भाजपा विधायकों ने अपनी कुर्सियों पर बैठने से इनकार कर दिया और विधायक पारा द्वारा लाए गए प्रस्ताव को रद्द करने की मांग की।
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