Edited By Neetu Bala, Updated: 17 May, 2024 05:54 PM
कई जगहों पर तो कई फुट घास नहर में दिखाई दे रही है जिसकी वजह से कई जगहों पर नहरें बंद पड़ी हैं।
आर एस पुरा: अगले कुछ दिनों में किसान धान की रिपोई करने वाले हैं जिसके लिए किसानों को सिंचाई के लिए प्रयाप्त मात्रा में नहरी पानी की जरूरत पड़ेगी। बात सीमावर्ती इलाकों की करें तो माइनर नहरों की हालत काफी खस्ता बनी हुई है। कई जगहों पर तो कई फुट घास नहर में दिखाई दे रही है जिसकी वजह से कई जगहों पर नहरें बंद पड़ी हैं। ऐसे में सिंचाई विभाग द्वारा अंतिम छोर पर बैठे किसानों को नहरी पानी मुहैया करवाने के दावे पूरे होते नहीं दिखाई दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि धान की रिपोई के लिए किसान पानी पर निर्भर हैं लेकिन जब जरूरत होती है तब नहरी पानी नहीं मिल पाता है। सरकार लाखों रुपए खर्च कर नहरों की सफाई करवाती है लेकिन जमीनी स्तर पर बार्डर ऐरिया में नहरी पानी नहीं मिल पाता है।
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किसान नेता सुभाष दसगोत्रा ने बताया कि माइनर नहरें बंद पड़ी हैं। जिसका मुख्य कारण कुछ लोगों द्वारा नहरों की भूमि पर अवैध कब्जा किया गया है। उन्होंनें सरकार से ऐसे लोगों के खिलाफ संख्त कार्रवाई की मांग की है।