Edited By Sunita sarangal, Updated: 30 Aug, 2024 10:20 AM
बता दें कि इस मुद्दे को कमेटी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों के साथ अपनी बैठक के दौरान उठाया।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर में सिख मतदाता वोटिंग लिस्ट से बाहर हो सकते हैं। इस बात की चिंता खुद ऑल पार्टीज सिख कोऑडिर्नेशन कमेटी (एपीएससीसी) ने जताई है।
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कमेटी ने जानकारी देते बताया कि 2011 की जनगणना ठीक ढंग से नहीं की गई जिसके चलते कश्मीर घाटी के कई युवा सिख मतदाताओं को वोटिंग लिस्ट से बाहर होना पड़ सकता है। कमेटी ने कहा कि इससे सिख विभाजित हो गए हैं और उन्हें प्रतिनिधित्व से वंचित किया गया है।
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बता दें कि इस मुद्दे को कमेटी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों के साथ अपनी बैठक के दौरान उठाया। कमेटी के अध्यक्ष ने प्रस्ताव दिया कि सटीक गणना सुनिश्चित करने के लिए सरकार को जनगणना प्रक्रिया में सिख समुदाय को शामिल करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि सिख मतदाताओं को बाहर करने से वे मताधिकार से वंचित हो सकते हैं और इसके विपरीत परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने आरक्षण और जवाबदेही की कमी का हवाला देते हुए सिख समुदाय के खिलाफ भेदभाव का भी आरोप लगाया।
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