Edited By Neetu Bala, Updated: 23 Apr, 2025 02:15 PM

वर्ष 2001 में भी लगभग 2 दर्जन श्री अमरनाथ तीर्थयात्रियों को मौत के घाट उतारा गया था।
जम्मू : इस वर्ष श्री अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से आरंभ हो रही है और ऐसे में आधार शिविर पहलगाम के आस-पास पर्यटकों पर आतंकी हमले से तीर्थयात्रियों के दिलों में भी डर पैदा होना स्वाभाविक है। इससे पहले 2 अगस्त, 2000 को भी आतंकवादियों ने निहत्थे तीर्थयात्रियों को निशाना बनाया था जिसमें 21 तीर्थयात्री मारे गए थे। इनके अलावा 7 मुस्लिम दुकानदार और कुली व 3 सुरक्षा अधिकारी आतंकियों की गोलियों का निशाना बने थे।
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तीर्थयात्री वार्षिक तीर्थयात्रा पर अमरनाथ गुफा मंदिर जा रहे थे। मारे गए लोगों में से कई स्थानीय बक्करवाल, गुर्जर, मुस्लिम पुरुष और कुली थे जो तीर्थयात्रियों को साइट पर ले जाने के लिए अपने घोड़ों और सेवाओं को किराए पर देते थे।
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इसके बाद वर्ष 2001 में भी लगभग 2 दर्जन श्री अमरनाथ तीर्थयात्रियों को मौत के घाट उतारा गया। वहीं अगस्त, 2002 को श्रावण के महीने में लश्कर-ए-तैयबा के अल-मंसूरियान के फ्रंट ग्रुप के इस्लामी चरमपंथियों द्वारा पहलगाम में नुनवान बेस कैंप पर किए गए आतंकी हमले में 11 लोग मारे गए और 30 घायल हो गए। वर्ष 2024 में मई माह में पहलगाम में जयपुर से आए एक पर्यटक जोड़े पर हमला किया गया जिसमें वे घायल हो गए थे।
इस वर्ष 3 जुलाई से वार्षिक श्री अमरनाथ यात्रा आरंभ हो रही है। अभी तक 2 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पंजीकरण करा लिया है और अभी भी श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा रहे हैं।
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