Edited By Neetu Bala, Updated: 05 Dec, 2025 01:27 PM

मौसम विभाग का कहना है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) आने वाला है।
जम्मू (रोशनी) : मौसम विभाग का कहना है कि 5 दिसंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) आने वाला है। इसके कारण पहाड़ी राज्यों के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इस मौसम प्रणाली के असर से जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी बादल तो रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना बहुत कम है। वहीं, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ठंड बढ़ेगी और शीतलहर जैसी स्थिति बन सकती है।
जम्मू-कश्मीर में मौसम
जम्मू-कश्मीर में सर्दी अब पूरी तरह अपना असर दिखाने लगी है। पिछले कई दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे आम लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ठंड के साथ-साथ मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में एक बार फिर मौसम के करवट बदलने की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार जम्मू क्षेत्र में आंशिक बादल छाए रहेंगे, जबकि कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश के साथ ताजा बर्फबारी होने की संभावना है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की हल्की सक्रियता के कारण आएगा। गुलमर्ग, सोनमर्ग, पहलगाम, मचिल, केरन तथा कारगिल-जांस्कर जैसे ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है। मैदानी इलाकों में हालांकि बारिश की संभावना कम है, लेकिन ठंड में और इजाफा जरूर होगा।
अलग-अलग जगहों का तापमान
बीते कुछ दिनों से पूरे जम्मू-कश्मीर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 1 से 5 डिग्री तक की गिरावट देखी गई है। वीरवार सुबह रिकॉर्ड तापमान के अनुसार पहलगाम सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान -4.8 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। श्रीनगर में पारा -4.0 डिग्री और कुपवाड़ा में -3.2 डिग्री सैल्सियस तक लुढ़क गया। गुलमर्ग का तापमान भी लगभग -3.8 डिग्री के आसपास रहा। वहीं जम्मू शहर में अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सैल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
पहलगाम लगातार दूसरी रात सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान माइनस 4 डिग्री से काफी नीचे चला गया। श्रीनगर में भी रात का तापमान जमाव बिंदु से काफी नीचे होने के कारण सुबह के समय पानी जमने की घटनाएं शुरू हो चुकी हैं।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खुद को सर्दी से बचाने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लें। खासतौर कर बच्चे और बुजुर्ग बाहर निकलते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने वाले पर्यटक और वाहन चालक बर्फबारी की आशंका को देखते हुए जरूरी इंतजाम करके ही निकलें।
कब होगी पहली भारी बर्फबारी
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में ठंड का कहर और बढ़ेगा। दिसम्बर मध्य तक कश्मीर घाटी में मौसम की पहली भारी बर्फबारी भी हो सकती है। फिलहाल प्रकृति ने अपना शीतलहर वाला रूप दिखाना शुरू कर दिया है और पूरा जम्मू-कश्मीर एक बार फिर सफेद चादर ओढ़ने की तैयारी में है।