Edited By VANSH Sharma, Updated: 09 May, 2025 05:12 PM

LOC (नियंत्रण रेखा) के पास तनाव एक बार फिर बढ़ गया है।
बारामूला (रिजवान मीर) : LOC (नियंत्रण रेखा) के पास तनाव एक बार फिर बढ़ गया है, जिससे बारामूला जिले के उड़ी क्षेत्र के सीमा गांवों के लोग अपने घर छोड़कर बारामूला शहर और श्रीनगर के सुरक्षित इलाकों में शरण लेने पर मजबूर हो गए हैं।
पिछले कुछ दिनों से जारी भारी सीमा पार गोलाबारी ने इस इलाके में दहशत फैला दी है। मोर्टार के गोले लोगों के घरों के पास गिर रहे हैं, जिससे महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग अपनी जान बचाने के लिए जरूरी सामान लेकर भाग रहे हैं।
कमलकोट गांव के निवासी फारूक अहमद ने बताया, "हमने गोले की आवाज सुनी, जो हमारे आंगन से कुछ ही मीटर दूर फटा। हमने दूसरा गोला गिरने का इंतजार नहीं किया। हमने बच्चों को इकट्ठा किया और भाग निकले।"
बारामूला में स्थानीय प्रशासन ने अस्थायी राहत शिविर लगाए हैं, जबकि कुछ परिवार श्रीनगर में रिश्तेदारों के साथ ठहरे हुए हैं। जिला प्रशासन और जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन विभाग मिलकर विस्थापित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब उड़ी के लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। कमजोर युद्धविराम समझौतों के बार-बार उल्लंघन के कारण यहां के लोग हमेशा डर के साये में जीते हैं।
सीमा क्षेत्र की निवासी शाहजादा बानो ने कहा, "हमें सिर्फ शांति चाहिए। हमारे बच्चे स्कूल जाएं, बंकरों में न छिपें।" प्रशासन हालात पर कड़ी नजर रखे हुए है और उच्च अधिकारियों से अपील की गई है कि इन संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए लंबे समय तक चलने वाले समाधान और उपाय किए जाएं।