Edited By Neetu Bala, Updated: 02 Sep, 2024 01:51 PM
मुफ्ती ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने भाजपा के इशारे पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख बदली है।
श्रीनगर : पीपुल्स डैमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने भाजपा के इशारे पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख बदली है।
मुफ्ती ने यहां पत्रकारों से कहा, “वे (निर्वाचन आयोग) वही करते हैं जो भाजपा के अनुकूल होता है। जब मैंने (लोकसभा) चुनाव लड़ा, तो उन्होंने अनावश्यक रूप से (मतदान की) तारीख बदल दी। सब कुछ भाजपा और उससे संबद्ध संगठनों की इच्छा के अनुसार होता है।”
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मुफ्ती यहां पार्टी कार्यालय में कई नेताओं के पी.डी.पी. में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं। आयोग ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में मतगणना की तारीख 4 अक्तूबर से बदलकर 8 अक्तूबर करने का ऐलान किया। आयोग ने हरियाणा में एक पर्व के मद्देनजर मतदान की तारीख 1 अक्तूबर से बदलकर 5 अक्तूबर करने के बाद यह कदम उठाया है।
मुफ्ती ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि 1987 में क्या हुआ था...कदाचार के कारण खून-खराबा हुआ जो आज तक नहीं रुका है। मुझे उम्मीद है कि चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी कर्मचारी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।”
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वक्फ संपत्ति अधिनियम में संशोधन पर मुफ्ती ने कहा कि इसका मकसद मुसलमानों को उनकी संपत्ति से बेदखल करना है। उन्होंने कहा, “वक्फ का मतलब अल्लाह की राह में कुछ दान करना है। पहले विवाद की स्थिति में अदालतें फैसला करती थीं, अब कलैक्टर को यह अधिकार दे दिया गया है। कलैक्टर वही करेगा जो उसे करने को कहा जाएगा।”
असम विधानसभा में नमाज के लिए 2 घंटे का अवकाश कम करने पर मुफ्ती ने कहा कि यह स्थिति को सांप्रदायिक बनाने की एक ‘ओछी हरकत’ है। उन्होंने कहा, “असम विधानसभा के मुस्लिम सदस्यों ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है और आप उम्मीद करते हैं कि हम यहां हंगामा करें।”
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