Edited By VANSH Sharma, Updated: 12 Aug, 2025 04:12 PM

जम्मू-कश्मीर में खाने-पीने की चीज़ों में मिलावट के बढ़ते मामलों पर सरकार ने सख़्ती दिखाने का फैसला किया है।
श्रीनगर (मीर आफ़ताब): जम्मू-कश्मीर में खाने-पीने की चीज़ों में मिलावट के बढ़ते मामलों पर सरकार ने सख़्ती दिखाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने कहा कि मिलावट और खतरनाक केमिकल मिलाना लोगों की सेहत के लिए बड़ा खतरा है। सरकार इस पर कड़ी कार्रवाई करेगी।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कैंसर, लीवर की बीमारियां, ट्यूमर और अचानक हार्ट अटैक के मामले, ख़ासकर युवाओं में, तेज़ी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका एक बड़ा कारण मिलावटी और ज़हरीला खाना हो सकता है।
फिलहाल जम्मू-कश्मीर में करीब 51,000 सक्रिय कैंसर मरीज हैं, जबकि लीवर और दिल की बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। सकीना इत्तू ने चिंता जताते हुए कहा कि आजकल हम सुनते हैं कि स्वस्थ दिखने वाले युवा भी अचानक हार्ट अटैक से मर रहे हैं। यह खाने में मिलावट और ज़हरीले रसायनों का नतीजा हो सकता है।
इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय बैठक हुई, जिसमें सभी संबंधित मंत्री और अधिकारी मौजूद थे। बैठक में तय हुआ कि हर जिले में फूड टेस्टिंग लैब बनाई जाएगी, ताकि खाने की चीज़ों की तुरंत जांच हो सके। मंत्री ने साफ़ कहा कि मिलावट करने वालों को सख्त सज़ा मिलेगी और इस खतरनाक काम की इजाज़त किसी को नहीं होगी।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर किसी डॉक्टर की लापरवाही पाई गई, तो उस पर भी कार्रवाई होगी। मंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार मिलावट के खिलाफ पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने कहा कि यह लोगों की सेहत का सवाल है, इसमें कोई समझौता नहीं होगा।
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