Edited By Neetu Bala, Updated: 17 Aug, 2025 06:55 PM

घरेलू सामान को नुकसान पहुंचा है और लोग दहशत में रातें गुजारने को मजबूर हैं।
हीरानगर (लोकेश): कठुआ जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हीरानगर के ओल्ड सांबा–कठुआ मार्ग पर सांझी मोड़ से चकड़ा मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, जिससे यातायात ठप हो गया था। सड़क पर जगह-जगह पानी भर जाने से राहगीरों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं और पानी सीधे घरों में घुसने से कई गांवों में हालात बाढ़ जैसे बन गए हैं। घरेलू सामान को नुकसान पहुंचा है और लोग दहशत में रातें गुजारने को मजबूर हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि लोगों को राहत मिल सके। उपमंडल प्रशासन हीरानगर की अगुवाई कर रहे एसडीएम हीरानगर फुलैल सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इस दौरान तहसीलदार हीरानगर अनूप कुमार, एसडीपीओ बॉर्डर धीरज कटोच, एसएचओ हीरानगर आशीष शर्मा, एसडीआरएफ की टीम और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अभियान के दौरान तरनाह नदी में फंसे 21 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। साथ ही प्रशासनिक टीम ने सार्वजनिक ढांचे और निजी संपत्ति को हुए नुकसान का भी जायजा लिया। दोपहर बाद एसडीएम हीरानगर ने कटली पंचायत का दौरा किया, जहां बादल फटने से बड़े पैमाने पर ढांचे को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, भारी बारिश से प्रभावित गांव ढल्टा (पक्का कोठा) में भी एसडीएम पहुंचे और स्थानीय लोगों से बातचीत कर नुकसान का आकलन किया। बरसात के कारण स्कूली बच्चों और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आने-जाने वाले लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
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