Edited By Neetu Bala, Updated: 20 Mar, 2024 03:59 PM
यह 300 कनाल का गार्डन पेड़ों, फूलों और झरनों से सुसज्जित है।
श्रीनगर (मीर आफताब): शहर-ए-खास में विशाल ऐतिहासिक बादामवारी गार्डन में बादाम के पेड़ों पर जल्दी फूल खिलना प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का स्रोत बन गया है। कोह-ए-मारन की तलहटी पर स्थित, 300 कनाल का गार्डन पेड़ों, फूलों और झरनों से सुसज्जित है, जो आगंतुकों को एक सुखद अनुभव प्रदान करता है।
यह गार्डन 14वीं शताब्दी में सुल्तान जैन-उल-आबिदीन के शासन से पहले भी अस्तित्व में था। बगीचे में एक अच्छी तरह से ढंके हुए गुंबद का नाम अफगान शासक वारिस शाह के नाम पर रखा गया है। बादाम के पेड़ों पर फूल आने से बसंत ऋतु का आगमन हुआ। गार्डन को पुनर्जीवित किया गया और 2008 में औपचारिक रूप से जनता के लिए खोल दिया गया।
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इन दिनों गार्डन में विदेशी राज्यों से काफी संख्या में पर्यटक आते हैं। इन पर्यटकों ने गार्डन का भ्रमण करते समय प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए गार्डन और कश्मीर के बाकी हिस्सों की खुलकर सराहना की।