Edited By Subhash Kapoor, Updated: 26 Sep, 2024 11:27 PM
देश में आने वाला पर्यटन महामारी के स्तर से पीछे चल रहा है। दअसल कोविड के बाद भारत में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी कमी देखने को मिली है।
जम्मू : देश में आने वाला पर्यटन महामारी के स्तर से पीछे चल रहा है। दअसल कोविड के बाद भारत में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी कमी देखने को मिली है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल जनवरी से जून के बीच भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या (एफटीए) 47.8 लाख थी, जो 2019 की पहली छमाही का लगभग 90 प्रतिशत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में कोविड-19 महामारी के बाद का सुधार वैश्विक रुझान से पीछे है। कैलेंडर साल 2024 की पहली छमाही में देश में एफटीए 47.8 लाख रहा है, जो कैलेंडर वर्ष 2019 की पहली छमाही का लगभग 90 प्रतिशत है। इस रिपोर्ट से साफ पता चलता है कि भारत इस मामले में काफी पीछे है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ देशों में पर्यटकों के आंकड़ों में काफी तेजी देखने को मिली है, जिसके चलते ये देश अपने कोविड-पूर्व स्तर को पार कर गए हैं। कतर, दुबई, वियतनाम और श्रीलंका जैसे देश अधिक किफायती विकल्पों और अनुकूल वीजा नीतियों के साथ पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। वहीं रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि विदेशी मुद्रा आमदनी 2019 की पहली छमाही की तुलना में 2024 की समान अवधि में 23 प्रतिशत बढ़ी है। पर्यटक अपनी यात्रा के दौरान कई कारकों पर अधिक खर्च कर रहे हैं, जिनमें 2019 और 2024 के बीच पांच सितारा होटल की दरों में 20 प्रतिशत की वृद्धि, लक्जरी अनुभवों के लिए पर्यटकों की बढ़ती प्राथमिकता और यात्रियों की उच्च डिस्पोजेबल आय शामिल है, जो बढ़िया भोजन, उच्च श्रेणी के आवास और विशिष्ट सांस्कृतिक अनुभव जैसी प्रीमियम सेवाओं में लिप्त हैं।