Edited By Neetu Bala, Updated: 28 Apr, 2025 09:56 AM

ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से कभी भी सीजफायर का उल्लंघन किया जा सकता है, ऐसे में पहले से तैयारी जरूरी है।
हीरानगर ( लोकेश वर्मा ) : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों में एक बार फिर दहशत का माहौल बन गया है। खासकर हीरानगर सेक्टर के अंतिम छोर पर बसे गांव, बोबिया, चक चंगा, करोल, मनियारी तथा अन्य में हालात बेहद तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। यहां के ग्रामीणों ने एहतियातन भूमिगत बंकरों की सफाई और मुरम्मत का काम शुरू कर दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में उनका उपयोग किया जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से कभी भी सीजफायर का उल्लंघन किया जा सकता है, ऐसे में पहले से तैयारी जरूरी है।
ग्रामीणों ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में रहना हमेशा खतरे से खाली नहीं होता। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के बाद हालात फिर से चिंताजनक हो गए हैं। हमें पाकिस्तान पर कतई भरोसा नहीं है। अतीत में भी जब-जब घाटी और LOC में आतंकी घटनाएं हुईं, पाकिस्तान ने मौके का फायदा उठाकर सीमा पर फायरिंग शुरू कर दी। इसीलिए अब हम बंकरों को फिर से रहने योग्य बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव में लोग सामूहिक रूप से बंकरों की साफ-सफाई में जुटे हैं। सीमावर्ती गांवों में डर का माहौल बना हुआ है, लेकिन साथ ही लोग सतर्कता और एकजुटता के साथ किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। सुरक्षा बलों की चौकसी भी इन इलाकों में बढ़ा दी गई है।
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