Edited By Neetu Bala, Updated: 18 Dec, 2024 12:21 PM
दो माह के भीतर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की केंद्रीय गृहमंत्री के साथ यह दूसरी मुलाकात होगी।
जम्मू : जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आज बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट करेंगे। दो माह के भीतर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की केंद्रीय गृहमंत्री के साथ यह दूसरी मुलाकात होगी।
उधर 19 दिसम्बर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर बैठक आयोजित करने वाले हैं जिसमें उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद होंगे। ऐसे में उमर अब्दुल्ला और अमित शाह की बैठक अहम होगी।
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विधानसभा चुनावों के बाद नैशनल कांफ्रैंस की ओर से सरकार बनने पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत प्रमुख नेताओं से भेंट की थी। उस भेंट में उन्होंने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर सभी नेताओं से चर्चा की थी।
केंद्र सरकार पहले कह चुकी है कि उपयुक्त समय आने पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बुधवार को दोबारा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से राज्य का दर्जा बहाल करने को लेकर मिलने वाले हैं।
अपने दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अन्य केंद्रीय नेताओं से भी भेंट कर सकते हैं। जिन नेताओं के साथ वह वर्ष 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में काम कर चुके हैं, उनसे भेंट की जा सकती है ताकि जम्मू-कश्मीर में उनकी सरकार बेहतरी के साथ काम करे।
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नए वर्ष 2025 के वार्षिक बजट में केंद्रीय योजनाओं के तहत जम्मू-कश्मीर में विकास को गति प्रदान करने के लिए कुछ प्रमुख प्रोजैक्ट की मांग भी की जा सकती है।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में जम्मू की सिविल सोसाइटी एवं कश्मीर की सिविल सोसाइटी ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भेंट कर अपने-अपने मुद्दे एवं मुश्किलें सांझा की थीं। उमर सरकार अपने विधानसभा चुनावों में दरबार मूव बहाली का वादा कर चुकी है और संभावना है कि इस बारे भी केंद्रीय गृहमंत्री से चर्चा हो सकती है। दूसरा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में दो सत्ता केंद्र होने को लेकर छिड़ी बहस एवं अधिकारों को लेकर भी बातचीत हो सकती है।
दरअसल सरकार बनने के बाद अधिकारियों को समझ नहीं आ रहा कि कौन से काम की मंजूरी मुख्यमंत्री और कौन से कामों की मंजूरी उप-राज्यपाल से लेनी है या मामला किसको भेजना है। दो दिन पहले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने नई दिल्ली में एक चैनल को दिए साक्षात्कार में दो पावर सैंटर की बात कही थी और बातों-बातों में कांग्रेस को निशाना बनाया ताकि केंद्र सरकार से निकटता बढ़ाई जा सके। हालांकि केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि जम्मू-कश्मीर में विकास को लेकर हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
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