Edited By Neetu Bala, Updated: 13 Dec, 2024 04:59 PM
पर्यटक कश्मीर की घाटी में ट्रैकिंग के लिए जाते हैं, लेकिन नेटवर्क की कमी के कारण वहां संचार में समस्या होती है।
जम्मू-कश्मीर: केंद्रीय गृह और पर्यटन मंत्रालय कश्मीर घाटी में नेटवर्क रहित क्षेत्रों में ट्रैकर्स के लिए सैटेलाइट फोन की अनुमति देने पर चर्चा कर रहे हैं। आप को बता दें कि पर्यटन निदेशक राजा याकूब फारूक ने बुधवार को बताया है कि ट्रेकर्स की सुविधा के लिए नेटवर्क रहित क्षेत्रों में ट्रैकर्स के लिए सैटेलाइट फोन की अनुमति देने पर चर्चा अंतिम चरण में हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने इस मुद्दे को गृह मंत्रालय के समक्ष उठाया है, क्योंकि पर्यटक कश्मीर की घाटी में ट्रैकिंग के लिए जाते हैं, लेकिन नेटवर्क की कमी के कारण वहां संचार में समस्या होती है। ऐसे में सैटेलाइट फोन की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि सुरक्षा और आपातकालीन स्थिति में संपर्क संभव हो सके।
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फारूक ने यह भी बताया कि कश्मीर घाटी में ट्रैकिंग पर्यटन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विभाग ने ट्रैकिंग के लिए 75 नए मार्गों की पहचान की है, जिनमें से कुछ पर ट्रैकिंग शुरू हो चुकी है, जैसे कश्मीर ग्रेट लेक ट्रैक, जो बहुत लोकप्रिय है, और गुलमर्ग तथा तर्सर मसर ट्रैक। विभाग इन ट्रैक मार्गों को बेहतर तरीके से मैप करने का प्रयास कर रहा है।
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