Edited By Neetu Bala, Updated: 15 Jul, 2024 03:35 PM
सात दिन की ट्रेनिंग के बाद इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें बच्चों ने खुद अपने हाथों से फायर किया।
जम्मू-कश्मीर ( रविंदर ) : करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर भारतीय सेना ने पल्लनवाला सेक्टर के अंतिम बॉर्डर गांव में लड़कियों के लिए एक विशेष एयर राइफल और पिस्टल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अनूठी प्रतियोगिता के दौरान, प्रतिभागियों को बुनियादी हथियार संचालन और फायरिंग के गुर सिखाए गए। इस पहल का मुख्य उद्देश्य लड़कियों में आत्मविश्वास और आत्मरक्षा की भावना का संचार करना था, साथ ही उन्हें भविष्य में देश की रक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित करना था। हाल ही में उभरे आतंकवादी खतरों के मद्देनजर, इस प्रकार के कार्यक्रम और भी महत्वपूर्ण हो गए हैं, क्योंकि ये युवाओं को आत्मरक्षा के लिए तैयार करते हैं और उन्हें सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाते हैं। सात दिन की ट्रेनिंग के बाद इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें बच्चों ने खुद अपने हाथों से फायर किया।
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सेना की इस पहल ने ग्रामीण इलाकों की लड़कियों में जबरदस्त उत्साह भर दिया है। परिणामस्वरूप, लगभग 50 लड़कियों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपने अद्भुत हुनर का प्रदर्शन किया। एक प्रतिभागी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "सेना के इस कदम से मैं बेहद उत्साहित हूं। इस कार्यक्रम ने मुझे आत्मविश्वास दिया है और मेरे भीतर छिपी हुई एक नई प्रतिभा को पहचानने में मदद की है। मैं चाहती हूं कि इस कला को आगे बढ़ाए और राज्य तथा देश में नाम कमाए।
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सेना के अधिकारियों के अनुसार इस पहल के दो मुख्य उद्देश्य हैं, महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करना और एक सशक्त और सक्षम नागरिक का निर्माण करना जो देश की रक्षा और उन्नति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इस प्रतियोगिता के दौरान कुछ लड़कियों में एयर राइफल और पिस्टल में अद्वितीय प्रतिभा देखने को मिली। यदि इन्हें सही समय पर उचित संसाधन और मार्गदर्शन मिले, तो ये लड़कियां राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं।