Edited By VANSH Sharma, Updated: 15 May, 2025 06:35 PM

सीमा पार गोलीबारी और बमबारी के कारण कई परिवारों को अपने घर छोड़ने पड़े थे।
बांदीपोरा (मीर आफताब) : भारतीय सेना ने आज गुरेज घाटी के सीमावर्ती क्षेत्रों में ‘खैरियत पेट्रोल’ का आयोजन किया, जिससे स्थानीय लोगों को राहत और सुरक्षा का अहसास हुआ। यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्ष विराम समझौते के कुछ दिनों बाद उठाया गया है। इससे पहले, सीमा पार गोलीबारी और बमबारी के कारण कई परिवारों को अपने घर छोड़ने पड़े थे।
हाल ही में हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद, खासकर गोंड जैसे क्षेत्रों में शांति लौट आई है, जो पहले भारी संघर्ष का गवाह बने थे। बंदूकों की खामोशी ने विस्थापित परिवारों को अपने घर लौटने का मौका दिया है और सामान्य जीवन धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है।
भारतीय सेना की राणा बटालियन, जो बगटोर में तैनात है, ने आज स्थानीय लोगों से उनके घर-घर जाकर मुलाकात की। सैनिकों ने लोगों का हालचाल पूछा और किसी भी तरह की मदद की पेशकश की।
मीडिया से बात करते हुए, एक स्थानीय निवासी मोहम्मद सुल्तान ने भारतीय सेना का आभार जताया। उन्होंने कहा कि हम भारतीय सेना के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हमारे लिए फिर से खैरियत पेट्रोल किया। सेना ने हमेशा मुश्किल समय में हमारा साथ दिया है। यह हालिया संघर्ष विराम के बाद पहला खैरियत पेट्रोल है और अब हम खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अल्लाह का शुक्र है कि स्थिति सामान्य हो रही है।"
सुल्तान ने आगे बताया कि इस समय खेती का मौसम अपने चरम पर है और गुरेज के लोग अब खेतीबाड़ी में व्यस्त हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी शांति बनी रहेगी। उन्होंने कहा, "सेना का हमारे घर आकर हमारी मदद का भरोसा देना हमारे लिए बहुत मायने रखता है।"

एक अन्य स्थानीय निवासी ने भी सेना की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि सीमा क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सेना का प्रयास सराहनीय है। भारतीय सेना की ‘खैरियत पेट्रोल’ पहल सीमावर्ती संवेदनशील क्षेत्र में विश्वास बनाने और सद्भाव बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here