Edited By Neetu Bala, Updated: 12 Aug, 2024 07:45 PM
सैनिक कठोर प्रशिक्षण मानकों को बनाए रखते हुए एवं भौगालिक परिस्थितियों, मौसम एवं कठिन चुनौतियों को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं।
जम्मू/नौशहरा : सीमा पार से दुश्मन सेना एवं एजेंसियों की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए। भारतीय सुरक्षाबलों की ओर से प्रमुख आतंकी कमांडरों को मार गिराने एवं नई भर्ती में आई कमी के चलते बौखलाया पाक आए दिन नियंत्रण रेखा और बार्डर पर घुसपैठ के प्रयास कर रहा है ताकि सशस्त्र आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में धकेला जा सके। ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए एल.ओ.सी. पर भारतीय सैना चौकस है और घुसपैठ के प्रयासों को विफल करते हुए सैनिक जवान दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की रक्षा कर रहे हैं।
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एल.ओ.सी. पर तैनात सैना के जवान घुसपैठियों के भारतीय सीमा के अंदर आने के इरादों को नाकाम करने के लिए क्वाड कॉप्टर, उन्नत निगरानी उपकरण, हथियार और नाइट विजन साइट सहित अन्य नए उपकरणों का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं तकनीकी प्रगति में स्मार्ट फेंस सिस्टम को भी शामिल किया गया है। जोकि सीमा सुरक्षा और निगरानी को और अधिक बढ़ाता है। जवान हर पल मुस्तैदी बनाए हुए हैं और पिछले दिनों आतंकियों के घुसपैठ के प्रयासों को विफल बनाते हुए घुसपैठियों को ढेर करने में सफलता भी हासिल की है।
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अपने कर्तव्यों के अलावा, सैनिक कठोर प्रशिक्षण मानकों को बनाए रखते हुए एवं भौगालिक परिस्थितियों, मौसम एवं कठिन चुनौतियों को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं। जो किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। निरंतर सुधार के लिए यह प्रतिबद्धता भारतीय सेना के सर्वोच्च परिचालन तत्परता को बनाए रखने के समर्पण का उदाहरण है। सीमाओं पर पहरा देने वाले सभी सैनिकों के बलिदान का सम्मान करना महत्वपूर्ण है। चुनौतियों और अनिश्चितताओं का सामना करते हुए, राष्ट्र के लिए भारतीय सेना की सेवा अपने सैनिकों की अटूट भावना का प्रमाण है।