Edited By Sunita sarangal, Updated: 27 Jul, 2024 09:43 AM
इस परियोजना को शायद आजादी के बाद देश में शुरू की गई सबसे कठिन नई रेलवे लाइन परियोजना बताते हुए वैष्णव ने कहा कि यह इलाका हिमालय से होकर गुजरता है, जो भूवैज्ञानिक अजूबों से भरा है।
जम्मू-कश्मीर: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा को बताया कि जम्मू-कश्मीर में उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के इस वित्त वर्ष में पूरा होने की संभावना है। वैष्णव ने एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि 272 किलोमीटर लंबे रेल लिंक में से 255 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में नई लाइन का काम उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के तहत किया जा रहा है। 272 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में 255 किलोमीटर का काम पहले ही पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि कटड़ा-रियासी खंड के 17 किलोमीटर लंबे शेष हिस्से पर काम शुरू हो चुका है। परियोजना की अनुमानित लागत 41,000 करोड़ रुपए है और मार्च 2024 तक परियोजना पर 38,931 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
इस परियोजना को शायद आजादी के बाद देश में शुरू की गई सबसे कठिन नई रेलवे लाइन परियोजना बताते हुए वैष्णव ने कहा कि यह इलाका हिमालय से होकर गुजरता है, जो भूवैज्ञानिक अजूबों से भरा है। रेल मंत्री वैष्णव ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बताया कि रेलवे पुलिस बल (आर.पी.एफ.) में 5,900 महिला कर्मी हैं, जो देश के विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे अधिक हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस बल में कुल 63,051 कर्मी हैं, जिनमें 9.36 प्रतिशत महिलाएं हैं। वैष्णव ने कहा कि 2023-24 में रेल के जरिए प्रतिदिन यात्रा करने वाले लोगों की कुल औसत संख्या 1.84 करोड़ है।
उन्होंने कहा कि 2023-24 में आरक्षित खंड में कुल यात्रियों में महिला यात्रियों की संख्या लगभग 36 प्रतिशत थी और अनारक्षित खंड में यात्रियों का लैंगिक विवरण नहीं रखा जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 63,051 आर.पी.एफ. कर्मी कार्यरत हैं और 4,660 रिक्तियों के लिए अधिसूचना जारी की गई है। उन्होंने कहा कि कुल 63051 कर्मियों में से 5900 महिला कर्मी हैं, जो पुलिस बल की कुल संख्या का 9.36 प्रतिशत हैं।