Edited By VANSH Sharma, Updated: 31 Aug, 2025 06:29 PM

प्रभावित परिवारों को भारी नुकसान हुआ है और वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।
राजौरी (शिवम बक्शी): राजौरी जिले के ब्लॉक बुद्धल की ग्राम पंचायत केवाल लोअर के मोहड़ा हिल कंगोटा क्षेत्र में हुए भीषण भूस्खलन से सात से ज्यादा मकान पूरी तरह ढह गए। प्रभावित परिवारों को भारी नुकसान हुआ है और वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं।
वरिष्ठ पीडीपी नेता फारूक़ इंकलाबी रविवार को प्रभावित क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात की, उनकी समस्याएं सुनीं और हर संभव मदद का भरोसा दिया। इंकलाबी ने मौके से ही एडीसी कोटरांका और विधायक जावेद इक़बाल चौधरी को फोन कर हालात की जानकारी दी। दोनों अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों को राहत और पुनर्वास का आश्वासन दिया।
हालांकि, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि हादसे के बाद अब तक कोई सरकारी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया है और न ही कोई राहत सामग्री दी गई है।
इंकलाबी ने पत्रकारों से बात करते हुए खवास तहसीलदार को “ग़ैर-जिम्मेदार और असंवेदनशील” बताया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आपदा के बाद भी न तो तहसीलदार और न ही पटवारी या नायब तहसीलदार ने मौके पर आने की जहमत उठाई।
उन्होंने चेतावनी दी कि मोहड़ा हिल कंगोटा इलाका बेहद असुरक्षित हो चुका है और यहां आगे भी भूस्खलन का ख़तरा बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि हिल कंगोटा के एक किलोमीटर दायरे को “अनसेफ जोन” घोषित किया जाए और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित जगह पर बसाया जाए।
साथ ही, उन्होंने सरकार से गुजारिश की कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित जमीन उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे नए मकान बना सकें और भविष्य में ऐसी आपदाओं से बच सकें। इंकलाबी ने यह भी कहा कि सड़क संपर्क की कमी को प्रशासनिक लापरवाही का बहाना नहीं बनाया जा सकता और जिला प्रशासन को तुरंत जमीनी स्तर पर कार्रवाई करनी चाहिए।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
जम्मू-कश्मीर की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here