Edited By Sunita sarangal, Updated: 26 Jun, 2024 11:55 AM
![land collapsed in rainawari srinagar](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_11_55_288598767land-ll.jpg)
समिति को एक सप्ताह के भीतर अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने के अलावा क्षेत्र में भूमि धंसने के साथ-साथ पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने के उपाय सुझाने के लिए कहा गया है।
श्रीनगर: श्रीनगर के रैनावाड़ी इलाके के ख्वाजापोरा सैयदपोरा इलाके में हाल ही में हुई भूमि धंसने की घटना के मद्देनजर जिला प्रशासन श्रीनगर ने मंगलवार को घटना के संबंध में तथ्यों का पता लगाने और उपचारात्मक उपाय सुझाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है।
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समिति को एक सप्ताह के भीतर अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने के अलावा क्षेत्र में भूमि धंसने के साथ-साथ पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने के उपाय सुझाने के लिए कहा गया है। उपायुक्त डी.सी. श्रीनगर, डॉ. बिलाल मोहि-उद-दीन भट द्वारा जारी आदेश के अनुसार जिले के रैनावाड़ी इलाके के ख्वाजापोरा सैयदपोरा में कई घरों के डूबने के कारणों का पता लगाने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त श्रीनगर, सैयद अहमद कटारिया की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
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गठित विशेषज्ञ समिति में प्रो. घ.जिलानी, गुलाम हसन, शब्बीर अहमद, आर. एंड बी., डॉ. शकील वसीम, सैयद शाहिद हुसैन, इम्तियाज अहमद मीर, मीर जहांगीर, जहूर अहमद, फैयाज अहमद भट, भूविज्ञान और खनन विभाग, श्रीनगर के सदस्य शामिल हैं। गौरतलब है कि पहले भी इस इलाके में कुछ घर धंस गए थे और उनमें दरारें आ गई थीं। तब भी इसका पता लगाने के लिए विशेष समिति का गठन किया गया था। डल झील समेत अन्य साथी झीलों से कश्मीर में कई जगह नम भूमि है जिसे मिट्टी-मलबे से भर कर घर बनाए गए हैं।