Edited By Sunita sarangal, Updated: 26 Jun, 2024 04:23 PM
जहां आजकल पूरे विश्व में बड़ी-बड़ी मशीनों से शिल्पकारी की जाती है वहीं श्रीनगर में हाथों की कला दिखाई जाती है।
श्रीनगर: वर्ल्ड क्राफ्ट काउंसिल की ओर से श्रीनगर को वर्ल्ड क्राफ्ट सिटी की मान्यता दी गई है। श्रीनगर पूरे भारत में अपनी हस्तकला और हस्तशिल्प के कारण जाना जाता है। श्रीनगर को यह मान्यता मिलने के बाद यहां के लोगों को और भी बढ़ावा मिलेगा और वे उत्साहित होकर अपनी हस्कला और हस्तशिल्प को आगे लेकर जाएंगे।
हस्तशिल्प श्रीनगर के कल्चर को दर्शाता है। जहां आजकल पूरे विश्व में बड़ी-बड़ी मशीनों से शिल्पकारी की जाती है वहीं श्रीनगर में हाथों की कला दिखाई जाती है। शायद यही कारण है कि कारीगरों के मन से निकली कला और उनके प्रेम के कारण श्रीनगर के क्राफ्ट्स पूरी दुनिया में मशहूर हैं। देश-विदेश से लोग श्रीनगर में कारीगरों के हाथों से बने क्राफ्ट्स को लेने के लिए आते हैं। इन शिल्पों में श्रीनगर के इतिहास और संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है। वर्ल्ड क्राफ्ट सिटी की मान्यता मिलने के बाद अब कारीगरों के काम को और बढ़ावा मिलेगा और श्रीनगर की हस्तशिल्प की कला पूरी दुनिया में अपना नाम कमाएगी।
श्रीनगर के कारीगर अपने हाथों से कालीनें, टोकरियां, शॉल आदि बनाते हैं। इसके अलावा पेपर मेसी कला के कारण श्रीनगर काफी मशहूर पाया जाता है। इसके अलावा पश्मीना शॉल और रेशम कालीन के लिए भी श्रीनगर काफी जाना जाता है। रेशम के धागों से कारीगर बहुत ही सुंदर पशमीना शॉल और कालीन बनाते हैं।
इतना ही नहीं श्रीनगर के कारीगरों की कढ़ाई भी काफी मशहूर है। सूती कपड़ों पर की गई उनकी कढ़ाई भी लोगों और श्रीनगर घूमने आने वाले पर्यटकों को काफी पसंद आती है। इसके अलावा सूती कपड़े से बने पर्स भी काफी मशहूर हैं। इन पर्सों पर कारीगर अपनी कढ़ाई करके उन्हें बाजारों में बेचते हैं। ऐसे पर्स श्रीनगर के बाजारों में आम देखे जा सकते हैं।
श्रीनगर के कुछ कारीगर तांबे के बर्तनों पर नक्काशी करते हैं। इस नक्काशी को भी काफी पसंद किया जाता है। ऐसे बर्तन हर घर में पाए जाते हैं और कश्मीर की संस्कृति को दर्शाते हैं। कारीगर पुराने समय से तांबे के बर्तनों पर नक्काशी करते आ रहे हैं। सदियों से लोगों द्वारा भी इनकी इस कला को पसंद किया जा रहा है। इस नक्काशी से बने चाय के बर्तन, कप, गिलास, प्लेटें, कटोरियां आदि काफी पसंद की जाती हैं।
तांबे के बर्तन ही नहीं बल्कि श्रीनगर में लकड़ी से बनी चीजों पर भी नक्काशी की जाती है। इसमें कलम रखने वाली डिब्बी, मेज, गहने रखने वाला डिब्बा, प्लेट, लकड़ी से बना डेकोरेशन का सामान आदि शामिल है। इन सभी चीजों पर नक्काशी करके इन्हें बाजारों में बेचा जाता है।
इनमें सबसे मशहूर अखरोट की लकड़ी की नक्काशी है। श्रीनगर में लोगों के घरों में आपको आम ही ऐसी नक्काशी की बनी चीजें देखने को मिल जाएंगी। अखरोट की लकड़ी से बनी चीजें बाजार में काफी महंगे दामों में बेची जाती हैं और लोगों द्वारा खूब पसंद की जाती हैं। इसके अलावा श्रीनगर के कारीगर टोकरियां बनाने के लिए भी जाने जाते हैं। अलग-अलग डिजाइन की टोकरियां बाजारों में आम ही देखने को मिल जाती हैं।
अंत में यह कहना गलत नहीं होगा कि श्रीनगर को मिला विश्व क्राफ्ट सिटी का खिताब उसकी शोभा बढ़ाना है। यहां के कारीगर कई सदियों से अपने कामों को किए जा रहे हैं और अपनी हस्तकला और हस्तशिल्प को और आगे ले जा रहे हैं। आज तो पूरे विश्व में ही श्रीनगर की हस्तकला और हस्तशिल्प की तारीफें की जाती हैं। अब यह सम्मान मिलने के बाद कारीगरों के लिए भी आगे कई तरह के रोजगार खुलेंगे और उन्हें आर्थिक लाभ मिलेगा।