Edited By Neetu Bala, Updated: 29 Aug, 2024 03:00 PM
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सीएपीएफ की लगभग 500 अतिरिक्त कंपनियों को जम्मू-कश्मीर में तैनाती के लिए भेजा जा रहा है।
जम्मू : जम्मू-कश्मीर में तीन चरण के विधानसभा चुनावों के लिए अर्धसैनिक बलों की लगभग 500 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की जा रही हैं, जबकि श्री अमरनाथ जी की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए केंद्र शासित प्रदेश में भेजी गई लगभग इतनी ही कंपनियां भी वहां बरकरार रखी गई हैं।
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सूत्रों ने एक्सेलसियर को बताया, "चुनावी प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा सीएपीएफ की लगभग 500 अतिरिक्त कंपनियों को जम्मू-कश्मीर में तैनाती के लिए भेजा जा रहा है। कंपनियों ने केंद्र शासित प्रदेश में पहुंचना शुरू कर दिया है और एक सप्ताह के भीतर तैनाती पूरी हो जाएगी।" 500 अतिरिक्त कंपनियों के अलावा, जून में श्री अमरनाथ जी तीर्थयात्रा से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जम्मू-कश्मीर में भेजी गई सीएपीएफ की समान संख्या वाली कंपनियों को भी केंद्र शासित प्रदेश में बनाए रखा गया है और उन्हें 18 और 25 सितंबर तथा 1 अक्टूबर को तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैनात किया जा रहा है।
अर्धसैनिक बलों को क्षेत्र में गश्त, मतदान केंद्रों, चुनावी रैलियों के स्थलों आदि पर तैनात किया जाएगा। कुछ कंपनियां यहां पहुंच चुकी हैं, जबकि अन्य अगले कुछ दिनों में पहुंच जाएंगी। अगले एक सप्ताह में पूरी तैनाती पूरी हो जाएगी। सूत्रों ने बताया कि इस बार जम्मू क्षेत्र के राजौरी, पुंछ, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, उधमपुर और कठुआ जिलों सहित पहाड़ी इलाकों में तैनाती अधिक होगी, जहां विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी है। रक्षा मंत्रालय ने पहले ही आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू करने और घुसपैठ के रास्तों को बंद करने के लिए जम्मू संभाग में करीब 3000 जवान भेजे हैं। इसके अलावा, आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के लिए जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के 2000 अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया गया है। करीब 1500 से 2000 असम राइफल्स के जवानों को भी तैनात किया जा रहा है।
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