Edited By VANSH Sharma, Updated: 05 Dec, 2025 08:12 PM

स्कूलों के पढ़ाई के स्तर में लापरवाही सामने आने के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी (CEO) ने सख्त कार्रवाई की है।
जम्मू-कश्मीर डेस्क: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मिड-डे मील (MDM) योजना और स्कूलों के पढ़ाई के स्तर में लापरवाही सामने आने के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी (CEO) ने सख्त कार्रवाई की है। 3 दिसंबर 2025 को वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने जिले के 200 से अधिक स्कूलों का अचानक निरीक्षण किया। इसमें शिक्षकों की समय पर मौजूदगी, काम करने का तरीका और बच्चों को मिलने वाले मिड-डे मील की गुणवत्ता की जांच की गई।
रिपोर्ट में पाया गया कि 34 स्कूल तय मेन्यू के अनुसार मिड-डे मील नहीं दे रहे थे, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई गई। इसके अलावा 11 स्कूलों का शैक्षणिक प्रदर्शन बेहद खराब पाया गया। इनमें से 7 स्कूलों में मिड-डे मील के मानक पूरे नहीं हुए और 2 स्कूलों में तो खाना बना ही नहीं था।
जांच में यह भी सामने आया कि दो शिक्षक फरनाज़ कौसर (PS धरा पठाना) और मोहम्मद अल्ताफ (PS नम्बले कल्याण) ने स्कूल में उपस्थिति दर्ज की, लेकिन बिना बताए स्कूल छोड़ दिया। इसे गंभीर लापरवाही माना गया और दोनों को तुरंत निलंबित कर दिया गया। फरनाज़ को HS लोअर भंगाई और अल्ताफ़ को HS कल्लर में संलग्न किया गया था।
इसके अलावा, जिन 11 स्कूलों का पढ़ाई का स्तर कमजोर पाया गया है, उनके सभी शिक्षकों की दिसंबर 2025 की सैलरी रोक दी गई है। 34 स्कूलों के पूरे स्टाफ से दो दिनों के भीतर लिखित जवाब मांगा गया है। समय पर जवाब न देने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। CEO ने साफ कहा है कि मिड-डे मील और शिक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही अब बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
जम्मू-कश्मीर की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here