Edited By Neetu Bala, Updated: 28 Jul, 2024 03:56 PM
22 वर्षीय युवक हर्ष नगोत्रा के पार्थिव शरीर को सियालकोट पाकिस्तान से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से वापस लाकर भारत में परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
अखनूर (मुकेश) : 22 वर्षीय युवक हर्ष नगोत्रा के पार्थिव शरीर को सियालकोट पाकिस्तान से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से वापस लाकर भारत में परिजनों के हवाले कर दिया गया है। भारतीय सेना की क्रॉस्ड स्वोर्ड्स डिवीजन द्वारा इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है।
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लगभग एक महीने बाद पाकिस्तान के सियालकोट में हर्ष के शव के पाए जाने की खबर सुनकर मृतक के शोकाकुल परिवार द्वारा हर स्तर पर उसके शव को वापस लाने के लिए प्रयास शुरू किए गए। वहीं प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर किए जा रहे प्रयासों के अलावा जम्मू संसदीय क्षेत्र से सांसद जुगल किशोर शर्मा ने विदेश मंत्री डा. एस. जयशंकर के साथ नई दिल्ली में भेंट कर उनके समक्ष इस विषय को उठाते हुए हर्ष के पार्थिव शरीर को पाकिस्तान के सियालकोट से वापस भारत लाने में सहायता करने का आग्रह किया।
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बता दें कि एंबुलैंस के माध्यम से हर्ष का शव इस तरफ लाया गया। पाकिस्तान की सियालकोट पुलिस तथा पाकिस्तान रेंजर्स ने शव लेने पहुंचे सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों एवं आर.एस. पुरा पुलिस की मौजूदगी में शव परिजनों के हवाले किया।
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इस मौके पर हर्ष के पिता सुभाष चंद्र ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सांसद जुगल किशोर शर्मा के साथ-साथ भारतीय सेना, सीमा सुरक्षा बल तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस का धन्यवाद किया और कहा कि सभी के प्रयासों के कारण उनके बेटे हर्ष का शव आज पाकिस्तान से भारत पहुंचा है और अब वह अपने बेटे का हिंदू रीति-रिवाज के तहत अंतिम संस्कार कर सकेंगे।
उन्होंने इस मौके पर मीडिया का भी धन्यवाद किया जिन्होंने उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया।
बताते चलें कि 11 जून को ज्यौड़ियां निवासी हर्ष नगोत्रा पुत्र सुभाष चंद्र ने चिनाब नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी और उसका शव बहते हुए पाकिस्तान पहुंच गया था। हर्ष के शव को सियालकोट में दफना दिया गया था और इसकी जानकारी मिलने के बाद लगातार परिजन भारत सरकार से मांग करते आ रहे थे कि उनके बेटे के शव को भारत लाया जाए।
भारत सरकार के प्रयासों के कारण आज हर्ष का शव भारत पहुंचा है।