Edited By Neetu Bala, Updated: 07 Aug, 2024 02:01 PM
यहां पर सुरक्षा बलों व पुलिस को कई बार आतंकवादियों के सुराग भी मिले हैं।
बसंतगढ़: रामनगर तहसील का पहाड़ी क्षेत्र बसंतगढ़ में फिर से आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं। बता दें कि वर्ष 2006 में आतंकियों ने यहां के लोलान गला में 13 लोगों के नरसंहार की घटना को अंजाम दिया था। तब से यहां लगातार कई बार आतंकियों की गतिविधियां देखी गई हैं। बसंतगढ़ में वर्ष 2000 से आतंकी गतिविधियां बढ़ने लगीं। लोअर पुनारा में आतंकियों ने एक वीडीजी और एक एसपीओ की गोली मारकर हत्या की थी। इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी भी मारा गया था। इसके बाद भी यहां पर साल दर साल कई आतंकी घटनाएं हुई हैं, जिसके चलते सुरक्षा बलों द्वारा लगातार यहां पर तलाशी अभियान भी चलाया जाता है। यहां पर सुरक्षा बलों व पुलिस को कई बार आतंकवादियों के सुराग भी मिले हैं।
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सूत्रों के अनुसार बसंतगढ़ में वारदात को अंजाम देने के बाद आतंकवादी डोडा एवं कठुआ में भी वारदात को अंजाम दे रहे हैं। आतंकवादी घटना को अंजाम देने बाद घने जंगलों में छिप जाते हैं। सूत्रों ने बताया कि इन आतंकवादियों की कुछ स्थानीय लोगों द्वारा मददगार की जा रही है। बसंतगढ़ से ही डोडा एवं कठुआ जिलों में जाने के लिए जंगल का रूट है। सुरक्षाबल बसंतगढ़ में वीडीजी की मौत में शामिल आतंकियों के स्केच भी जारी किए गए हैं। पूर्व आतंकियों से भी पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा बसंतगढ़ में अपने मवेशियों के साथ ऊपरी इलाकों में डेरा जमाकर बैठे गुज्जर-बकरवाल समुदाय के लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा बलों द्वारा आतंकियों को ढूंढा जा रहा है।
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