Edited By Neetu Bala, Updated: 04 Nov, 2024 06:43 PM
हर साल बढ़ते जलस्तर से चिनाब के किनारे स्थित दर्जनों गांवों की सैंकड़ों कनाल भूमि जलमग्न हो जाती थी, जिससे यहां के निवासियों को व्यापक स्तर पर नुक्सान उठाना पड़ता था।
अखनूर: चिनाब दरिया में आने वाली बाढ़ हर वर्ष हजारों एकड़ उपजाऊ भूमि बहा कर ले जाती है और बाढ़ के कारण दरिया चिनाब के किनारे रहने वाले लोगों की रातों की नींद हराम हो जाती है। जिसके चलते चिनाब दरिया के किनारों को दुरुस्त करने और इसके जलस्तर से उत्पन्न बाढ़ के खतरे से बचाव के लिए लगभग 10 करोड़ रुपए की लागत से तटबंध बनाने का कार्य शुरू किया जा रहा है।
इस विशेष परियोजना के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा ई-टैंडर जारी किया गया है। वर्षों से लंबित इस मांग को नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से पूरा किया जाएगा। हर साल बढ़ते जलस्तर से चिनाब के किनारे स्थित दर्जनों गांवों की सैंकड़ों कनाल भूमि जलमग्न हो जाती थी, जिससे यहां के निवासियों को व्यापक स्तर पर नुक्सान उठाना पड़ता था।
तटबंध परियोजना से इन गांवों को पहुंचेगा लाभ
तटबंध परियोजना से विशेष रूप से गांव लैडिया, कोटगढी, बौमाल, देवीपुर, सितड़याल, चंजवां, मैरा, सज्वाल, इंद्रिपत्तन, बन्दवाल, चक सिकंदरा, चक किरपालपुर सहित करीब एक दर्जन गांवों के लगभग 6 हजार लोगों को लाभ पहुंचेगा।
‘जमीन व घरों के साथ-साथ जीवन भी होगा सुरक्षित’
चिनाब दरिया के किनारे बसे स्थानीय लोग, विशेषकर अखनूर से लेकर इंद्रिपत्तन तक के निवासी हरबंस लाल, शमशेर चंद ने कहा कि यह परियोजना न केवल उनकी जमीन और घरों को बचाएगी, बल्कि उनके जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी सहायक होगी। इस परियोजना से लोगों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्र में विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
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