Edited By Neetu Bala, Updated: 02 May, 2025 03:07 PM

बारामूला जिला निर्वाचन अधिकारी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं और प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए हैं।”
श्रीनगर : पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद अपने मूल देश वापस भेजे गए एक पाकिस्तानी नागरिक के भारत में अपने 17 साल के प्रवास के दौरान यहां मतदान करने के दावे के बाद जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में निर्वाचन अधिकारियों ने एक विस्तृत जांच और प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। बारामूला जिला निर्वाचन अधिकारी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं और प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश भी दिए गए हैं।”
जांच का आदेश उस्मा इम्तियाज द्वारा एक वीडियो में यह दावा किए जाने के बाद दिया गया कि वह 2008 से भारत में रह रहा है। हालांकि वह वीजा पर यहां आया था, लेकिन इम्तियाज ने दावा किया कि उसने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज हासिल कर लिए और खुद को भारत में मतदाता के रूप में पंजीकृत करा लिया है।
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जिला निर्वाचन कार्यालय ने कहा, “बारामूला के जिला निर्वाचन अधिकारी (डी.ई.ओ.) ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का संज्ञान लिया है, जिसमें एक व्यक्ति कथित तौर पर दावा कर रहा है कि उसने भारतीय नागरिक न होते हुए भी उड़ी विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया है।” उसने कहा, “इसकी प्रतिक्रिया में डी.ई.ओ. ने उड़ी के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ई.आर.ओ.) को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के प्रावधानों के अनुसार उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।”
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इम्तियाज जम्मू-कश्मीर में उन 59 पाकिस्तानियों में शामिल था, जिन्हें देश छोड़ने के लिए दी गई 27 अप्रैल की समय सीमा समाप्त होने के बाद निर्वासित कर दिया गया था।
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