Edited By Neetu Bala, Updated: 21 Sep, 2024 07:41 PM
पाकिस्तान अब किसी न किसी तरह जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने की फिराक में है
पुंछ (धनुज शर्मा): आतंकवाद का जनक एवं कटोरा छाप, भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में 10 साल के अंतराल पर आयोजित हो रहे विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने की पूरी फिराक में है, जिसके चलते पाकिस्तान द्वारा आतंकी संगठनों एवं पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आईएसआई के साथ पूरी सांठ-गांठ कर रणनीति अपनाई गई। गौरतलब है कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में चुनावों की घोषणा के बाद से ही पूरी तरह बौखलाया हुआ था। वहीं 18 सितम्बर को कश्मीर संभाग सहित जम्मू संभाग में पूरी तरह शांतिपूर्ण हुए मतदान के बाद पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसक गई है जिसके चलते पाकिस्तान अब किसी न किसी तरह जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने की फिराक में है ताकि वह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को यह बात कह सके की जम्मू-कश्मीर के लोग धारा 370 हटाने से खुश नहीं हैं।
गौरतलब है कि इससे पूर्व पाकिस्तानी समर्थक आतंकवादियों द्वारा पुंछ जिले की सुरन्कोट तहसील एवं मेंढर तहसील के जंगल वाले क्षेत्र में भारतीय सुरक्षाबलों पर गोलीबारी भी की थी, जिसका कोई नुकसान नहीं हुआ। वहीं भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा चुनाव पूर्व कई सफल तलाशी अभियान चलाकर आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर हथियार एवं गोलाबारूद भी बरामद किए थे, जबकि दूसरे फेज में हो रहे विधानसभा चुनावों के तहत 25 सितम्बर को पुंछ जिले में मतदान होने हैं। जिसके लिए अब कुछ ही दिन बाकी हैं, ऐसे में पाकिस्तान में बेचैनी भी बड़ रही है, जिसके चलते पाकिस्तान चुनाव में खलल डालने को प्रयासरत है और किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की रणनीति पर कार्य कर रहा है।
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सूत्रों का कहना है कि पाक अधिकृत क्षेत्र में इन दिनों आतंकी प्रशिक्षण शिविरों में चहल-पहल काफी बड़ी है और आतंकी आकाओं के साथ गुप्तचर एजेंसी आईएसआई एवं पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बैठकों का दौर जारी है जिसमें प्रमुखता से जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों का मुददा प्रमुखता से उठाया जा रहा है। जिस प्रकार पहले फेज में बंपर मतदान हुआ है उससे पाकिस्तान में बेचैनी बड़ी है और पूरा विश्व इस बात की पुष्टि करता है कि 5 अगस्त 2019 को भारत सरकार द्वारा राज्य से हटाया गया।
370 एक सही फैसला था और जम्मू-कश्मीर के लोग उस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट हैं कश्मीर कोई मुद्दा नहीं रहा। वहां के लोग बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के हवन में पूर्णआहुति डालते हुए रिकॉर्ड मतदान कर रहे हैं। ऐसे में कटोरा छाप आतंकवाद के जनक और भिखारी मुल्क पाकिस्तान को सांप सूंघ गया है और वह मतदान में खलल डालने के लिए प्रयासरत है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा कुछ दिनों पहले जम्मू संभाग में पुंछ सहित कई स्थानों में संघर्ष विराम का उल्लंघन कर छिटपुट गोलीबारी भी की थी, जबकि भारतीय सेना के संयम के कारण माहौल ज्यादा नहीं बिगड़ा।
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पुंछ-राजौरी जिले में सांप्रदायिक सौहार्द पर पाकिस्तान की सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश...
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पुंछ-राजौरी जिले विशेष तौर पर पुंछ जिले में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की पाकिस्तान द्वारा कोशिश भी की जा सकती है जिसके लिए पाकिस्तानी एजेंटों द्वारा स्लीपर सेल को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है जिसमें क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने के लिए धार्मिक भावनाओं को आहत करने सहित सोशलमीडिया द्वारा लोगों को भड़काने के प्रयास करने के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि अमन-चैन एवं लोगों के आपसी सौहार्द को बिगाड़ा जा सके। इसके लिए विशेष तौर पर पाकिस्तान में वीडियो एडिटिंग कर आपत्तिजनक सामग्री बनाने में भी कई लोगों की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है।