Edited By Sunita sarangal, Updated: 13 Jan, 2025 11:01 AM
बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई एन.डी.पी.एस. अधिनियम की धारा 68-एफ. (2) के तहत की गई है।
जम्मू/श्रीनगर: श्रीनगर जिला पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के कई मामलों में वित्तीय जांच तेज कर दिए जाने के परिणामस्वरूप मादक पदार्थ तस्करों से जुड़े 100 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।
पुलिस द्वारा जारी बयान में पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इन खातों में सामूहिक रूप से कई लाख रुपए जमा हैं। उनका कहना था कि अवैध धन के प्रवाह का पता लगाने के लिए इन खातों से जुड़े सभी लेन-देन की विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन खातों को फ्रीज किए जाने से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नैटवर्क द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वित्तीय संसाधनों तक पहुंच प्रभावी रूप से अवरुद्ध हो गई है।
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वहीं इन खातों के धारकों को श्रीनगर जिले में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटैंस अधिनियम (एन.डी.पी.एस. एक्ट) के तहत दर्ज मामलों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। बयान में कहा गया है कि पकड़े गए लोग मादक पदार्थों एवं साइकोट्रोपिक ड्रग्स की तस्करी में शामिल पाए गए जो समाज, विशेषकर युवाओं के लिए एक बड़ा खतरा है।
पुलिस के अनुसार एन.डी.पी.एस. अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत की गई व्यापक जांच के कारण बैंक के उन खातों को फ्रीज किया गया है, जिनमें बड़ी राशि जमा है तथा जिन्हें प्रथम दृष्टया अवैध मादक पदार्थ व्यापार से प्राप्त आय से जुड़े होने के तौर पर पहचाना गया है। इसके अलावा इन अवैध गतिविधियों के जरिए अर्जित की गई करोड़ों रुपए की चल और अचल संपत्तियों को कानून के प्रावधानों के तहत जब्त कर लिया गया है।
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बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई एन.डी.पी.एस. अधिनियम की धारा 68-एफ. (2) के तहत की गई है। मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं तस्करी के खतरे से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए पुलिस ने आम लोगों से नशीली दवाओं की तस्करी या नशीली दवाओं के दुरुपयोग से संबंधित कोई भी जानकारी प्रदान करके इस लड़ाई में हाथ बढ़ाने का आह्वान किया है।
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