Edited By Subhash Kapoor, Updated: 16 Jul, 2024 11:06 PM
गत दिवस कठुआ जिला के हीरानगर और बदनौता में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल पूरे तरीके से हाई अलर्ट पर है।
कठुआ (लोकेश) : गत दिवस कठुआ जिला के हीरानगर और बदनौता में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबल पूरे तरीके से हाई अलर्ट पर है। वही मंगलवार शाम को हीरानगर के जखोल, जूथाना, कुमरी कठेरा और बाला सुंदरी मंदिर बलाहर इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। गत दिवस जखोल जूथाना इलाके में स्थानीय लोगों ने संदिग्ध देखे जाने की सूचना दी थी। जिसके बाद भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। जबकि मंगलवार शाम को एसडीपीओ बॉर्डर धीरज सिंह कटोच के नेतृत्व में एसएचओ राजबाग राजेश्वर सिंह, चौकी प्रभारी चडवाल रियाज अहमद और चौकी प्रभारी जखोल की पुलिस टीम ने आतंकी गतिविधियों को देखते हुए अधिकारियों इलाके की घेराबंदी कर संयुक्त तलाशी अभियान चलाया।
बता दें कि 11 और 12 जून को हीरानगर के सैडा सोहल में हुए आतंकी हमला और आठ जुलाई को कठुआ के बदनौता इलाके में सेना के गश्ती दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने हमला कर दिया था। इस हमले में पांच सैनिकों की शहीद हुए थे। जबकि हीरानगर के सैडा सोहल में एक सीआरपीएफ का जवान शहीद हुआ था। बदनौता हमला जो कठुआ शहर से लगभग 150 किलोमीटर दूर मछेड़ी-किंडली-मल्हार रोड के एक सुदूर इलाके में हुआ।
माना जाता है कि यह क्षेत्र में आतंकवादी घटनाओं की श्रृंखला में नवीनतम है, जिसके लिए पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने के प्रयासों को जिम्मेदार ठहराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है और तलाशी अभियान के तहत जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर वाहनों की भी जांच की जा रही है। जम्मू पठानकोट राजमार्ग को हाई अलर्ट पर रखा गया है, हर थाना और चौकी पर कड़ी सुरक्षा जांच की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि जिस क्षेत्र में घात लगाकर हमला किया गया, वह अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पुराने घुसपैठ मार्ग का हिस्सा है, जिसे हमलावरों ने फिर से सक्रिय कर दिया है।