Edited By Subhash Kapoor, Updated: 29 Nov, 2024 08:12 PM
जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खात्मे के लिए केंद्र ने एक नया मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है कि केंद्र ने जम्मू कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए एन.एस.जी. फोर्स को तैनात कर दिया है, जोकि हर आतंकी घटना का मुंह तोड़ जवाब देगी।
जम्मू : जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खात्मे के लिए केंद्र ने एक नया मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है कि केंद्र ने जम्मू कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए एन.एस.जी. फोर्स को तैनात कर दिया है, जोकि हर आतंकी घटना का मुंह तोड़ जवाब देगी। जानकारी अनुसार आतंकियों के नापाक इरादों पर पानी फेरने के लिए पहली बार इतनी बड़ी संख्या में एनएसजी कमांडो की तैनाती कर दी गई है। एनएसजी कमांडो की इस स्पेशल टीम को श्रीनगर से जम्मू भेजा गया है। इसका मकसद इस क्षेत्र में आतंकियों के छिपे होने या फिर हमले की स्थिति में बिना समय गवाएं उन्हें मुंहतोड़ जवाब देना है। जानकारी अनुसार करीब 15 एनएसजी कमांडो जम्मू भेजे गए हैं तथा इनका ऐसी जगह कैंप कराया जा रहा है, जहां से किसी भी टेरर अटैक की स्थिति में वे कुछ ही देर में घटनास्थल पर पहुंच सकते हैं। बता दें कि देश के गृह मंत्रालय ने जम्मू में NSG कमांडो का स्थाई हब बनाने को मंजूरी दे दी है।
बता दें कि पिछले कुछ समय से जम्मू कश्मीर में बढ़ रही आतंकी घटनाओं को ध्यान में रखते गृह मंत्रालय ने उक्त फैसला लिया है, जिसके तहत एनएसजी का एक हब जम्मू शहर में स्थापित करने जा रही है। यानी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के जांबाज अब आतंक का काल बनकर उनका खात्मा करेंगे और इसके लिए उनको किसी अन्य राज्य से बुलवाने की जरूरत नहीं होगी।
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड का एक स्थाई हब जम्मू में बनाने के लिए हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू में सभी हाईराइज बिल्डिंग्स सुरक्षा एजेंसियों और सुरक्षाबलों से जुड़े ठिकानों और संवेदनशील इमारत और इलाकों का सिक्योरिटी ऑडिट करने के भी आदेश जारी कर दिए हैं।
एनएसजी को जम्मू में तैनात करने के पीछे केंद्र का एक एंटी टेरर प्लान है, जिसे आतंक के खात्मे के केंद्रीय गृह मंत्रालय आजमाने जा रहा है। एनएसजी के कमांडो को जम्मू शहर में रखने के पीछे मकसद किसी भी आतंकी हमले का सही समय पर मुंह तोड़ जवाब देना है क्योंकि एनएसजी कमांडो जम्मू शहर में ही रहेंगे। ऐसे में किसी भी आतंकी घटना से निपटने के लिए उन्हें आतंकी हमले वाली जगह तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इससे पहले जब भी कोई वारदात घाटी में होती थी तो दिल्ली या फिर चंडीगढ़ से कमांडो बुलाए जाते थे, जिन्हें आने में काफी समय लगता था। लेकिन अब जम्मू में ही एन.एस.जी. कमांडो की मौजूदगी होने से आतंकियों को सिर उठाना काफी भारी पड़ेगा।