Edited By Neetu Bala, Updated: 05 Sep, 2024 07:48 PM
21 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इन में 2 बच्चे, 9 पुरूष और 10 महिलाएं शामिल हैं।
जम्मू : बरसात के धीमा होते ही जम्मू कश्मीर में डेंगू मच्छरों का आतंक शुरू हो गया है। वीरवार को केवल जम्मू जिले में 7 डेंगू के नए मामले सामने आए हैं। बुधवार रात 12 बजे तक 252 संदिग्ध लोगों की जांच की गई जिसमें से 21 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इन में 2 बच्चे, 9 पुरूष और 10 महिलाएं शामिल हैं।
इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक डेंगू के 6482 संदिग्ध मामलों की जांच की गई है जिनमें से अब तक 229 डेंगू के मामले हो चुके हैं। इनमें से सबसे अधिक 128 मामले केवल जम्मू जिले से सामने आए हैं कि जबकि साम्बा से 28, कठुआ से 22, ऊधमपुर से 10, रियासी से 4, राजौरी से 13, पुंछ से 5, डोडा से 4, रामबन से 6, किश्तवाड़ से 1 और कश्मीर संभाग से 4 और बाहरी राज्यों के 4 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। बुधवार रात 12 बजे तक जम्मू से 7, साम्बा से 3, कठुआ से 5, ऊधमपुर से 2, रियासी से 1, पुंछ से 1, डोडा से 1 व्यक्ति और रामबन से 1 डेंगू मामले की पुष्टि हुई है। अभी तक 77 डेंगू रोगियों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है जिनमें 31 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 41 रोगी अभी उपचाराधीन है।
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स्टेट मलेरियोलाजिस्ट डा. डी.जे. रैणा ने बताया कि डेंगू के वाले मच्छर अधिकतया दिन में काटते हैं। इस वक्त हो सके तो घर पर ही रहने की कोशिश करें। एयरकंडीशनर ऑन रखें और दरवाजे खिड़कियां बंद रखें। अपने शरीर को ढंके रखने का प्रबंध करें। मच्छर संचित पानी में पनपते हैं जो कि किसी ड्रम, बर्तन, फ्लावर पॉट, पेट-डिशेस या पुराने टायर में जमा होता है। गैर-जरूरी जमे हुए पानी को तुरंत हटा दें। जमे हुए पानी के अज्ञात स्रोत की जांच करें। बंद नाली या गटर, कुंए, मैनहोल्स और सेप्टिक टैंक्स, इत्यादि जमे हुए पानी के क्षेत्र मच्छरों पनपने का कारण हो सकते हैं। अपने घर के बाहर या आसपास के इलाकों से पानी रखे हुए ड्रम या बर्तनों को खाली कर दें। फ्लावर-पॉट की तश्तरी, कूलर, फौवारे, पेट-डिशेस, इत्यादि के पानी को सप्ताह में कम से कम एक बार जरूर बदलें जिससे इनमें पनप रहे लार्वा से छुटकारा मिले।
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डेंगू के लक्षण
यह रोग अचानक तीव्र ज्वर के साथ शुरू होता है, जिसके साथ-साथ तेज सिर दर्द होता है, मांसपेशियों तथा जोडों मे भयानक दर्द होता है जिसके चलते इसे हड्डी तोड़ बुखार कहते हैं। इसके अलावा शरीर पर लाल चकते भी बन जाते है जो सबसे पहले पैरों पर फिर छाती पर तथा कभी कभी सारे शरीर पर फैल जाते है। इसके अलावा पेट खराब हो जाना, उसमें दर्द होना, कमजोरी, दस्त लगना, ब्लेडर की समस्या, निरंतर चक्कर आना, भूख ना लगना भी लक्षण हैं। लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और प्लेटलेट्स काउंट चेक कराएं।
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