Edited By Neetu Bala, Updated: 10 Dec, 2025 02:52 PM

डोगरा शासन के समय का डोगरी खान-पान पूरे उत्तर भारत में अपनी विशिष्टता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध रहा है।
जम्मू ( तनवीर सिंह ) : जम्मू-कश्मीर कभी एक स्वतंत्र रियासत हुआ करता था, जहां डोगरा राजवंश का शासन चलता था। 1947 के बाद यह एक राज्य बना और आज यह एक केंद्र शासित प्रदेश है। डोगरा शासन के समय का डोगरी खान-पान पूरे उत्तर भारत में अपनी विशिष्टता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध रहा है।
इसी विरासत को संरक्षित करने और डोगरी संस्कृति को नए आयाम देने के लिए जम्मू स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने एक नई पहल की है। प्रोजेक्ट के तहत मुबारक मंडी हेरिटेज परिसर में म्यूजियम के साथ-साथ अब एक थीम-आधारित कैफेटेरिया स्थापित किया जा रहा है, जिसमें डोगरा विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा और परंपरागत डोगरी व्यंजनों का स्वाद पर्यटकों को परोसा जाएगा।
इस कैफेटेरिया का उद्देश्य प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना और पर्यटन को नई दिशा देना है। जैसे बड़ी संख्या में यात्री मां वैष्णो देवी और गर्मियों में बाबा बर्फानी (अमरनाथ) की यात्रा के दौरान जम्मू पहुंचते हैं, वैसे ही वे अब मुबारक मंडी स्थित इस कैफेटेरिया में डोगरी व्यंजनों की पाक-यात्रा का आनंद ले सकेंगे। यह स्थान डोगरा इतिहास और स्वाद का अनोखा संगम प्रस्तुत करेगा।

पंजाब केसरी टीवी से बातचीत में जम्मू स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के AEE विवेक चोपड़ा ने बताया कि यह कैफेटेरिया कितनी लागत से बनाया जा रहा है, इसकी विशेषताएं क्या होंगी और इससे जम्मू के पर्यटन को कौन-कौन से लाभ मिलेंगे।
इस कैफेटेरिया का उद्घाटन जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव अटल डुल्लू द्वारा किया जाएगा। जम्मू की जनता इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाली परियोजना के उद्घाटन का बेसब्री से इंतजार कर रही है।

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