Edited By Sunita sarangal, Updated: 13 Feb, 2025 11:42 AM
![bjp mla meeting with amit shah](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_1image_23_31_158916663amit-ll.jpg)
इसके अलावा 2 महिलाओं सहित 5 विधायकों को अभी विधानसभा में नामित किया जाना है।
जम्मू: भारतीय जनता पार्टी के एजैंडे को पूरा करने समेत केंद्र शासित प्रदेश में निरंतर विकास सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के सभी 28 भाजपा विधायकों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री निकट भविष्य में जम्मू क्षेत्र के अपने प्रस्तावित दौरे के दौरान भाजपा के विधायकों से मिलेंगे तथा किसी कारण ऐसा संभव न हो पाने की सूरत में पार्टी की राजनीतिक रणनीति तैयार करने के लिए सभी विधायकों को नई दिल्ली बुलाया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि शाह ने विधानसभा में विपक्ष के नेता (एल.ओ.पी.) सुनील शर्मा के साथ नई दिल्ली में अपनी मुलाकात के दौरान यह बात कही है। सूत्रों ने कहा कि शाह जम्मू और कश्मीर के लिए पार्टी को मजबूत करने एवं विशेष रूप से चल रही केंद्र प्रायोजित योजनाओं (सी.एस.एस.) के माध्यम से पूरे केंद्र शासित प्रदेश में विकास सुनिश्चित करने के लिए रोडमैप तैयार कर सकते हैं।
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जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल भाजपा के स्थानीय नेताओं ने विधानसभा चुनावों में बहुमत से चूक जाने के उपरांत क्षेत्र में अपने प्रभाव और प्रतिबद्धता को बनाए रखने के बारे में चिंता व्यक्त की है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक भेंट के जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में पहले बजट सत्र से पहले होने की उम्मीद है जिसमें जो वित्त विभाग का प्रभार संभाल रहे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करेंगे।
उल्लेखनीय है कि गत सितंबर-अक्तूबर में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने केंद्र शासित प्रदेश में 29 सीटें जीती थीं लेकिन वह बहुमत से चूक गई थी। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी के प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाने वाले जम्मू क्षेत्र पर पार्टी की सरकार बनाने में असमर्थता के बावजूद ध्यान दिया जाए और विकास किया जाए। वहीं जम्मू-कश्मीर विधानसभा की दो सीटों के लिए अगामी मार्च या अप्रैल में उपचुनाव होने की उम्मीद है। जम्मू की नगरोटा विधानसभा सीट भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह राणा के निधन के बाद खाली हुई थी जबकि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा जीती गई दो सीटों में से बडगाम से इस्तीफा दे दिया था।
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इसके अलावा 2 महिलाओं सहित 5 विधायकों को अभी विधानसभा में नामित किया जाना है। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 के अनुसार इन विधायकों को उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त किया जाना है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा की सभी चार सीटें भी खाली हैं जिनके लिए भी जल्द ही चुनाव होने की उम्मीद है। एक भाजपा नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री एवं जम्मू के भाजपा विधायकों के बीच बैठक के दौरान इन सभी मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
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