Edited By Neetu Bala, Updated: 20 May, 2024 06:49 PM

गांंव वालों ने कहा कि मंदिर की जगह के साथ छेड़खानी की तो उसे बक्शा नहीं जाएगा।
पुंछ (धनुज) : पुंछ जिला मुख्यालय से कुछ किलोमीटर की दूरी पर भारत-पाक नियंत्रण रेखा के करीब स्थित अजोट गांव में पुंछ नगर के प्राचीन शिव मंदिर की जमीन पर सरकार द्वारा पार्क बनाने का प्रयास किए जाने को लेकर मंदिर समिति और गांव वालों ने विरोध प्रदर्शन किया। जहां ग्रामीणों व मंदिर समिति द्वारा नारेबाजी की गई और अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के साथ अन्याय एवं पक्षपात का आरोप लगाया गया। सोमवार को श्री दशनामी अखाड़ा मंदिर समिति के प्रधान बसंत राम की अगुवाई में मंदिर की जमीन पर खंभे लगाने का काम बंद करवा दिया गया।
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वहीं गांंव वालों का कहना है कि किसी ने भी मंदिर की जगह के साथ छेड़खानी की तो उसे बक्शा नहीं जाएगा। हम मंदिर की एक इंच जमीन भी किसी को जब्त करने नहीं देंगे। इस बीच मामला बढ़ता देख प्रशासन की तरफ से राजस्व विभाग की एक टीम मौके पर भेजी गई। जिसने मौके का जायजा लिया और लोगों से बात करते हुए कहा कि वह अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे कि मंदिर की जमीन कौन-सी और कितनी है। वहीं इस अवसर पर बसंत राम शर्मा ने इस बात का आरोप लगाया कि 1947 से लगातार साजिश के तहत कहीं भी कोई सरकारी भवन बनाना हो, पार्क बनाना हो या और कुछ बनाना हो तो मंदिरों की जमीनों पर कब्जा किया जाता है ताकि यहां से हिंदुओं को भगाया जा सके परंतु हम इसे सहन नहीं करेंगे और किसी को भी मंदिर की जमीन हड़पने नहीं देंगे।
जानकारी के अनुसार गांव अजोट में शिव मंदिर की जमीन है। जिस पर क्षेत्र में तैनात सेना द्वारा पार्क बनाए जाने के लिए जमीन पर खंभे लगाने का काम शुरू किया गया था। जिसके चलते मंदिर समिति और गांव के लोगों ने विरोध करते हुए काम बंद करवा दिया। वहीं प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि अगर हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की गई या हमारे साथ अन्याय किया गया तो हम लोग बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे और अब हम कोई भी पक्षपात बर्दाश्त नहीं करेंगे।