Edited By Neetu Bala, Updated: 03 Jul, 2025 11:37 AM

तीर्थयात्रियों का जत्था दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पहलगाम के नुनवान बेस कैंप और मध्य कश्मीर के गंदेरबल के सोनमर्ग इलाके में बालटाल बेस कैंप से सुबह होते ही रवाना हो गया।
बालटाल ( मीर आफताब ) : अधिकारियों ने बताया कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हो गई। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बालटाल और नुनवान बेस कैंप से दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की ओर रवाना हुआ। इस गुफा मंदिर में प्राकृतिक रूप से बर्फ से बना शिवलिंग है। यात्रा सुबह-सुबह दो मार्गों से शुरू हुई। पहला पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और दूसरा 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग। अधिकारियों ने बताया कि पुरुष, महिला और साधुओं सहित तीर्थयात्रियों का जत्था दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पहलगाम के नुनवान बेस कैंप और मध्य कश्मीर के गंदेरबल के सोनमर्ग इलाके में बालटाल बेस कैंप से सुबह होते ही रवाना हो गया।
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संबंधित बेस कैंप से जत्थों को हरी झंडी दिखाए जाने के बाद बम बम बोले के नारे गूंजने लगे। बुधवार को 5,892 यात्रियों के पहले जत्थे को जम्मू भगवती नगर स्थित यात्रा बेस कैंप से लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दोपहर में तीर्थयात्री कश्मीर घाटी पहुंचे और प्रशासन तथा स्थानीय लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। वे गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे, जहां प्राकृतिक रूप से बर्फ से बने शिवलिंग का निर्माण होता है। यात्रा के सुचारू संचालन के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के हजारों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। हवाई निगरानी भी की जाएगी। 38 दिवसीय तीर्थयात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।
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