Edited By Sunita sarangal, Updated: 15 Apr, 2025 05:22 PM

मिली जानकारी के अनुसार उद्घाटन के दिन ही कश्मीर से कटरा तक 2 वंदे भारत ट्रेनें शुरु हो जाएंगी।
जम्मू डेस्क : जम्मू-कश्मीर में 19 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का उद्घाटन करने जा रहे हैं। इस दौरान ट्रेन का ट्रायल भी हो चुका है। इस रेल लिंक परियोजना में चिनाब नदी पर बने आर्च ब्रिज भी शामिल है।
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इस 272 किलोमीटर लंबे रेल रूट में 119 किलमोटीर की 36 सुरंगें बनाई गई हैं जो न केवल भौगोलिक बाधाओं को पार करती है बल्कि भविष्य की तेज रफ्तार की भी राह खोलती है। यू.एस.बी.आर.एल. परियोजना की ये सुरंगें सिर्फ रास्ते नहीं है ये भारत के दृढ़ संकल्प, नवाचार और तकनीकी उतकृष्टता की कहानियां हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार उद्घाटन के दिन ही कश्मीर से कटरा तक 2 वंदे भारत ट्रेनें शुरु हो जाएंगी। एक ट्रेन कश्मीर से कटरा तक चलेगी तो दूसरी कटरा से कश्मीर जाएगी। इसके अलावा ट्रेन 2 ब्रिजों चिनाब पुल पर बना आर्च ब्रिज और अंजी खड्ड ब्रिज से गुजरेगी।
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चिनाब ब्रिज की खासियत
आपको बता दें कि चिनाब ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज है। चिनाब पुल का निर्माण एक ऐसी भूकंपीय सक्रिय क्षेत्र में किया गया है, जो टेक्टोनिकली एक्टिव रीजन और जियोलॉजिकली जटिल है। इस क्षेत्र में बार-बार भूकंप आते रहे हैं, और इसकी वजह से यह पुल विशेष रूप से भूकंपीय और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया था। IIT दिल्ली, IIT रुड़की और IISC बैंगलोर जैसी प्रमुख संस्थाओं ने इस क्षेत्र के भूकंपीय खतरे का विस्तार से अध्ययन किया। उनके द्वारा किए गए अध्ययन के आधार पर, चिनाब रेल ब्रिज का निर्माण इस तरह से किया गया कि यह रिक्टर पैमाने पर 8 तक के भूकंप, तेज़ विस्फोटों और 260 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं का सामना कर सके। इस पुल को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि यह न केवल भूकंपीय गतिविधियों को सहन कर सकता है, बल्कि यह प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद अपनी स्थिरता बनाए रख सकता है। यह इस पुल की महत्वता को कई गुना बढ़ाता है, क्योंकि यह किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान भी पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा।
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