Edited By Neetu Bala, Updated: 02 Mar, 2025 12:21 PM
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धिकारियों ने बताया कि मेहर के निकट सड़क का एक किनारा ध्वस्त हो गया है, जबकि बड़े भूस्खलन के कारण कुन्फर-पीराह सुरंग का एक 'ट्यूब' अवरुद्ध हो गया है।
जम्मू : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को शनिवार को सड़क मुरम्मत का काम पूरा होने के बाद हल्के मोटर वाहनों के लिए फिर से खोल दिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले मुख्य राजमार्ग को बृहस्पतिवार की शाम को रामबन जिले में भारी बर्फबारी और भूस्खलन के बाद बंद कर दिया गया था। भारी बारिश के कारण किश्तवाड़ी पथेर, मौम पासी, हिंगनी, पंथियाल, मेहर और दलवास समेत 12 स्थानों पर पत्थर गिरने, मिट्टी खिसकने और भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जबकि काजीगुंड और रामसू के बीच बर्फबारी के कारण सड़कें फिसलन भरी हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि मेहर के निकट सड़क का एक किनारा ध्वस्त हो गया है, जबकि बड़े भूस्खलन के कारण कुन्फर-पीराह सुरंग का एक 'ट्यूब' अवरुद्ध हो गया है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को लगातार बारिश के कारण सड़क की मुरम्मत के काम में बाधा आई। उन्होंने बताया कि मौसम की स्थिति में सुधार होने के बाद शनिवार सुबह 66 किलोमीटर लंबे बनिहाल-नाशरी खंड की बहाली का काम तेज कर दिया गया। सड़क को पुनः खोले जाने के बाद यातायात विभाग के प्रवक्ता ने कहा, ‘यात्रियों को ले जाने वाले हल्के मोटर वाहनों को जम्मू से श्रीनगर की ओर तथा घाटी से जम्मू की ओर जाने की अनुमति है।'
उन्होंने यात्रियों को लेन नियम का पालन करने और ‘ओवरटेकिंग' से बचने के लिए आगाह किया, क्योंकि इससे जाम की स्थिति पैदा होती है।
केवल दिन के समय ही करें राजमार्ग का इस्तेमाल
प्रवक्ता ने कहा, ‘यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे केवल दिन के समय ही राजमार्ग का इस्तेमाल करें और रामबन व बनिहाल के बीच अनावश्यक रूप से रुकने से बचें, क्योंकि भूस्खलन और पत्थर गिरने की आशंका है। सड़क की स्थिति का गहन मूल्यांकन करने के बाद भारी मोटर वाहनों को बाद में अनुमति दी जाएगी।'
मेहर को छोड़कर लगभग सभी स्थानों पर साफ हो चुकी है सड़क
रामबन के उपायुक्त बसीर-उल-हक चौधरी ने कहा कि 66 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग पर कम से कम 16 स्थान ऐसे हैं जो बारिश के कारण असुरक्षित हो गए हैं। उन्होंने बनिहाल में कहा, ‘मेहर को छोड़कर लगभग सभी स्थानों पर सड़क साफ कर दी गई है, जहां किनारे का हिस्सा धंसने के बाद चौड़ाई कम हो गई है। यह स्थान एक चुनौती है। संबंधित एजैंसी अगले 2 सप्ताह में इसका समाधान करेगी।' चौधरी ने रामबन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एस.एस.पी.) कुलदीप सिंह और एस.एस.पी. (राष्ट्रीय राजमार्ग) रोहित रस्कोत्रा के साथ संवेदनशील स्थानों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, ‘सभी फंसे हुए वाहनों को निकाल दिया गया है।' उन्होंने यात्रियों को राजमार्ग पर जाने से पहले यातायात संबंधी सलाह का पालन करने की सलाह दी।