Edited By Neetu Bala, Updated: 27 Dec, 2025 03:23 PM
वर्ष 2025 पुंछ जिले में नशा तस्करों और नशे से जुड़े अवैध कारोबारियों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा।
पुंछ ( धनुज शर्मा ) : वर्ष 2025 पुंछ जिले में नशा तस्करों और नशे से जुड़े अवैध कारोबारियों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) पुंछ मोहन शर्मा के नेतृत्व में पुंछ पुलिस ने पूरे वर्ष नशे के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाते हुए न केवल तस्करों पर शिकंजा कसा, बल्कि नशे के नेटवर्क की जड़ों तक को हिला दिया।
पुंछ जिला भौगोलिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है, जहां अधिकांश इलाके पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) साझा करते हैं। आतंकवाद के मोर्चे पर बार-बार विफल होने के बाद पाकिस्तान भारतीय युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने के लिए सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी का प्रयास करता रहा है। नशे से होने वाली कमाई के जरिए पाकिस्तान अपनी आर्थिक तंगी दूर करने की कोशिश करता है, लेकिन वर्ष 2025 में पुंछ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने इन मंसूबों पर पानी फेर दिया।
नशे के कारोबार को एक गंभीर चुनौती मानते हुए विभाग ने तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी एएसपी मोहन शर्मा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। उनके नेतृत्व में शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान के नतीजे बहुत कम समय में सामने आने लगे। पुलिस ने एक ओर जहां नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की, वहीं दूसरी ओर नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों को इससे बाहर निकालने के लिए भी लगातार प्रयास किए।
पुंछ पुलिस की 2025 की बड़ी कार्रवाई पर एक नजर डालें तो, 24 दिसंबर 2025 तक नशा तस्करों के खिलाफ कुल 40 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 55 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। इसके अलावा 5 तस्करों को पीआईटी-एनडीपीएस के तहत जेल भेजा गया, जबकि 3 तस्करों पर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत कार्रवाई की गई।
पुलिस ने नशा तस्करी पर लगाम कसने के लिए निवारक कार्रवाई भी तेज रखी। वर्ष 2025 में धारा 126/129/170 बीएनएसएस के तहत 65 लोगों के खिलाफ इस्तगासे काटे गए। साथ ही पुलिस ने बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त कर तस्करों को करारा झटका दिया।
जब्ती के आंकड़ों की बात करें तो, पुंछ पुलिस ने वर्ष 2025 में 3 किलो 400 ग्राम 115 मिलीग्राम हेरोइन, 1 किलो 58 ग्राम 994 मिलीग्राम चरस तथा ट्रामाडोल और टेपेंटाडोल के 885 प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद किए। यह जब्ती नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की सख्त रणनीति को दर्शाती है।
नशा तस्करों को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए पुलिस ने उनकी अवैध कमाई पर भी चोट की। जिले में नशे से अर्जित 8 संपत्तियों को चिन्हित किया गया, जिनमें से 2 संपत्तियां जब्त की गईं। इन संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 1 करोड़ 40 लाख 83 हजार 877 रुपए आंकी गई। इसके अलावा पुलिस ने 16 मामलों में 20 बैंक खातों को फ्रीज किया, जिनकी कुल राशि 25 लाख 40 हजार रुपए से अधिक बताई गई।
सिर्फ कार्रवाई ही नहीं, बल्कि जागरूकता भी पुंछ पुलिस की प्राथमिकता रही। वर्ष 2025 में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिले भर में 336 जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया और 1000 से अधिक पंपलेट वितरित किए गए।
इसके साथ ही नशा विरोधी ओपीडी के माध्यम से 436 लोगों की जांच और परामर्श किया गया, ताकि उन्हें नशे से दूर रखा जा सके। वहीं, नशे की लत में गहराई तक फंसे 36 लोगों को ड्रग डी-एडिक्शन केंद्रों में उपचार के लिए भेजा गया।
कुल मिलाकर वर्ष 2025 में पुंछ पुलिस का नशा विरोधी अभियान न केवल तस्करों के लिए काल साबित हुआ, बल्कि समाज को नशे की बुराई से बचाने की दिशा में एक मजबूत और प्रभावी कदम भी साबित हुआ।
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