Edited By Neetu Bala, Updated: 06 Nov, 2024 02:50 PM
उन्होंने कहा, "भाषा बेहतर हो सकती थी, यह आधे मन से किया गया प्रयास है और हम प्रस्ताव में संशोधन लाने पर विचार कर रहे हैं।"
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा अनुच्छेद 370 पर पेश किए गए प्रस्ताव को "आधे मन से लाया गया" और "दृढ़ विश्वास की कमी" वाला बताया।
श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए को बहाल करने के लिए पेश किए गए प्रस्ताव की भाषा और मंशा में कमी है। उन्होंने कहा, "भाषा बेहतर हो सकती थी, यह आधे मन से किया गया प्रयास है और हम प्रस्ताव में संशोधन लाने पर विचार कर रहे हैं।"
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उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को 2019 में खत्म किए जाने के बारे में चिंताओं को स्वीकार किया गया है, लेकिन इसमें स्पष्ट रूप से इस फैसले की निंदा नहीं की गई है, जिसे उन्होंने असंवैधानिक बताया।
मुफ्ती ने सवाल किया, "अनुच्छेद 370 को पूरी तरह से बहाल करने की मांग करने के बजाय, प्रस्ताव में केवल यह सुझाव दिया गया है कि इस मामले पर बातचीत की जाए। किसके साथ बातचीत की जाए।"
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी प्रस्ताव में संशोधन लाने पर विचार कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह जम्मू-कश्मीर के लोगों की मजबूत भावनाओं को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, "यह श्रेय लेने के बारे में नहीं है," उन्होंने कहा कि पीडीपी का रुख अपने चुनावी वादों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में निहित है, निरस्तीकरण का पूरी तरह से विरोध करना और इसकी बहाली की मांग करना।
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