Edited By Sunita sarangal, Updated: 09 Sep, 2024 01:42 PM
जम्मू संभाग की इस ‘हॉट सीट’ से सियासी दिग्गज एवं पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह सलाथिया के भाजपा में शामिल होने के बाद सबसे अधिक चर्चा नैकां के उम्मीदवार को लेकर थी।
साम्बा: रविवार को जिले की हाई प्रोफाइल सीट के लिए नेशनल कांफ्रेंस द्वारा अपना उम्मीदवार घोषित किए जाने के साथ ही टिकट को लेकर चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया। नेकां-कांग्रेस में हुए गठबंधन के चलते जिले की 3 में से एक यानि विजयपुर सीट नैकां के खाते में आई थी। रविवार को पार्टी ने हाल ही में आप छोड़ कर नेकां में आए राजेश पड़गोत्रा को मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया।
अब तक इस सीट से पी.डी.पी. छोड़ नेकां में आए डॉ. हरमेश सलाथिया को टिकट का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। गत दिनों पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के स्वागत में गुड़ा सलाथियां में विशाल जनसभा का आयोजन कर हरमेश सलाथिया ने खुद को टिकट के लिए सबसे मजबूत दावेदारी पेश की थी। वहीं जिला अध्यक्ष सौदागर गुप्ता भी टिकट के दावेदारों में से एक थे। लेकिन पार्टी द्वारा राजेश पड़गोत्रा को टिकट दिए जाने से सियासी हलकों में हैरानी जताई जा रही है।
सुरजीत सलाथिया के भाजपा में शामिल होने से उम्मीदवार की तलाश में थी नैकां
जम्मू संभाग की इस ‘हॉट सीट’ से सियासी दिग्गज एवं पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह सलाथिया के भाजपा में शामिल होने के बाद सबसे अधिक चर्चा नैकां के उम्मीदवार को लेकर थी। सियासी हलकों में इस बात को लेकर चर्चा है कि दशकों से नेकां के मजबूत गढ़ के रूप में जाने जाते रहे विजयपुर में आखिर नेकां का उम्मीदवार कौन होगा। नेकां नेतृत्व पर भी दबाव था कि वह इस सीट से किसी ऐसे चेहरे को उतारे जो पार्टी की साख को बचाए।
विजयपुर में 1996 से लेकर 2014 तक रहा नेकां का दबदबा
सनद रहे कि 1996 के बाद से ही इस सीट पर नेशनल कांफ्रेंस का दबदबा रहा है। नेकां के प्रत्याशी सुरजीत सिंह सलाथिया ने 1996 से लेकर 2002 और 2006 से लेकर 2014 तक दो बार इस हलके का प्रतिनिधित्व किया है। लेकिन सलाथिया के भाजपा में शामिल होने के बाद नेकां इस हलके में कमजोर पड़ गई। चूंकि नेकां राज्य की सबसे पुरानी और बड़ी क्षेत्रीय पार्टी है, इसलिए नेशनल कांफ्रेंस की टिकट पाने के लिए कई नेता हाथ-पांव मारने लगे थे।
मुस्लिम और राजपूत वोट बैंक पर है नेकां की नजर
इस सीट पर नेकां की नजर मुस्लिम और राजपूत वोट बैंक पर है जो 1996 से नेकां के साथ रहा है। इसी वोट बैंक के दम पर सुरजीत सलाथिया विजयपुर हलके में ताकतवर थे। हालांकि सलाथिया के भाजपा में जाने के बाद राजपूत वोट बैंक के नेकां को जाने पर संशय है। हालांकि मुस्लिम वोट बैंक को अब भी नेकां का परंपरागत वोट बैंक माना जा रहा है। इस सीट से भाजपा ने हैवीवेट उम्मीदवार सी.पी. गंगा को दोबारा मैदान में उतारा है और अपनी पार्टी के मंजीत सिंह भी मैदान में हैं। ऐसे में राजेश पड़गोत्रा को मैदान में उतार कर नेकां ने लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव शैड्यूल
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होगा जबकि दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर और तीसरे चरण के तहत एक अक्तूबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि चुनाव के नतीजे 8 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे।